बीकानेर, 24 मई। जिला कलक्टर नमित मेहता ने सोमवार को वरिष्ठ चिकित्सकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली तथा पीबीएम अस्पताल में ब्लैक फंगस के उपचार से संबंधित समीक्षा की।
जिला कलक्टर ने वर्तमान में कोविड मैनेजमेंट, भर्ती मरीजों की स्थिति, आॅक्सीजन की उपलब्धता, कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर अस्पताल द्वारा की जाने वाली तैयारियों सहित पीबीएम अस्पताल में बनने वाले नए आॅक्सीजन प्लांट की स्थिति के बारे में जाना। बैठक में एडीएम (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, नगर निगम आयुक्त एएच गौरी, प्रशिक्षु आइएएस सिद्धार्थ पलनिचामी तथा पीबीएम अधीक्षक डाॅ. परमिंदर सिरोही मौजूद रहे।
इस दौरान सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. मुकेश चंद्र आर्य ने बताया कि काॅलेज में ब्लैक फंगस का उपचार प्रारम्भ किया जा चुका हैं। पीबीएम अस्पताल के पोस्ट कोविड ओपीडी में मेडिसिन, ईएनटी और नेत्र चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों द्वारा सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक ब्लैक फंगस के मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श दिया जा रहा है। ऐसेे मरीजों को भर्ती करने के लिए पीबीएम अस्पताल के पी वार्ड को चिन्हित किया गया है। डाॅ. आर्य ने बताया कि पीबीएम में ब्लैक फंगस के मरीजों की शल्य क्रिया की सुविधा एवं आवश्यक दवाइयां उपलब्ध हैं।
ब्लैक फंगस के लिए पंद्रह विभागों के चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। ईएनटी विभाग के आचार्य डाॅ. गौरव गुप्ता तथा एड्रोक्रायनोलॉजी के सहायक आचार्य डाॅ. हरदेवराम नेहरा इसके समन्वयक होंगे। वहीं नेत्र विभाग की वरि. आचार्य डाॅ.अंजू कोचर को नोडल अधिकारी तथा वरि. प्रदर्शक डाॅ. जितेन्द्र आचार्य को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया हैं। समन्वयक डाॅ.गौरव गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में पीबीएम में ब्लैक फंगस के छह मरीज नोटिफाइड हुए हैं, इनमें से चार मरीज भर्ती हैं।