बीकानेर@ कला एवं संस्कृति विभाग और महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 12 से 14 मार्च तक रम्मत महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। ऊर्जा एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बी डी कल्ला और महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति विनोद कुमार ने रविवार को सर्किट हाउस में रम्मत महोत्सव के पोस्टर का विमोचन किया तथा प्रेस वार्ता की। रम्मत महोत्सव, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के रम्मत पार्क में होगा।
इस अवसर पर डॉ कल्ला ने कहा कि लोक संस्कृति किसी भी स्थान विशेष को वैश्विक पटल पर अलग पहचान दिलाती है। बीकानेर की संस्कृति भी अनूठी लोक कलाओं को समेटे हुए हैं। लोकनाट्य रम्मतें हमारी लोक संस्कृति का अहम हिस्सा रही हैं जो ना केवल मनोरंजन बल्कि ऐतिहासिक कथानकों से भी पीढ़ियों को परिचित करवाने का साधन हैं।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्तमान डिजिटल दौर में भी हमें हमारी वैभवशाली परंपरा को सहजने की जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा कि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस रम्मत महोत्सव से इस लोक कला को पुनर्जीवन मिल सकेगा तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रम्मत लोकनाट्य को नई पहचान मिलेगी।
एमजीएसयू के कुलपति विनोद कुमार ने कहा कि बीकानेर की रम्मतें यहां की सबल परंपरा रही है। ऐसी परंपराओं को संरक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से यह अनूठी पहल की गई है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के परिसर में एक रम्मत पार्क बनाया गया है जिसका उद्देश्य बीकानेर की समृद्ध रम्मत लोक कला का संरक्षण करना और भावी पीढ़ी को इस परम्परा से परिचित करवाना है। महोत्सव के दौरान प्रतिदिन 7 से 10 बजे तक रम्मतें आयोजित होगी। इस दौरान 11 रम्मतें खेली जाएंगी। बीकानेर की समृद्ध विरासत के संरक्षण और भावी पीढ़ी को संस्कृति से रूबरू कराने और बनाए रखने में अहम साबित होगा।
उप कुलसचिव तथा कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. बिट्ठल बिस्सा ने रम्मत महोत्सव के तहत प्रतिदिन होने वाली रम्मतों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक रम्मत में 7-7 लोक कलाकार भागीदारी निभाएंगे।