जयपुर/बीकानेर, जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज को तकनीकी विश्वविद्यालय बीकानेर का संघटक कॉलेज बनाने की घोषणा के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार ज्ञापित किया है। उन्होंने इसके लिए इंजीनियंरिंग कॉलेज, बीकानेर के स्टॉफ, विद्यार्थियों और जिले के नागरिकों को भी बधाई दी है। डॉ. कल्ला ने कहा कि इस पहल से बीकानेर संभाग में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान के नए अवसर पैदा होंगे तथा इससे बीकानेर और प्रदेश का नाम रोशन होगा।
डॉ. कल्ला ने कहा कि इसके साथ ही भरतपुर, धौलपुर, करौली, झालावाड़, बारां एवं भीलवाड़ा के इंजीनियरिंग महाविद्यालयों को राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा, अजमेर के महिला इंजीनियरिंग कॉलेज को बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा इंजीनियरिंग कॉलेज को गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाड़ा तथा बाड़मेर इंजीनियरिंग कॉलेज को प्रस्तावित एमबीएम विश्वविद्यालय, जोधपुर का संघटक कॉलेज बनाने के निर्णय से इन महाविद्यालयों के लिए वित्तीय संसाधन सुनिश्चित करते हुए शैक्षणिक विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।
जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज के शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक स्टॉफ के वेतन की समस्या के समाधान के लिए वे लगातार प्रयासरत थे। पूर्व में छः माह के वेतन की व्यवस्था के लिए वित्त विभाग से विशेष आदेश जारी कराए गए थे। उन्होंने बताया कि इसके स्थाई हल के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर को तकनीकी विश्वविद्यालय, बीकानेर का संघटक कॉलेज बनाने और इसी तर्ज पर राज्य के अन्य अभियांत्रिकी महाविद्यालयों को भी संघटक कॉलेज बनाने का सुझाव मुख्यमंत्री के समक्ष रखा था।
डॉ. कल्ला ने बताया कि बीकानेर इंजीनियरिंग कॉलेज के तकनीकी विश्वविद्यालय का संघटक कॉलेज बनने से यहां पोस्ट ग्रेजूएशन क्लासेज तथा नए विषय आरम्भ हो सकेंगे। इसके साथ ही रिसर्च को भी बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से तकनीकी विश्वविद्यालय का भी उत्थान होगा और एआईसीटीइई एवं यूजीसी के माध्यम से विकास के नए अवसर बीकानेर के विद्यार्थियों को मिलेंगे। उन्होने कहा कि राज्य सरकार की इस पहल से बीकानेर का इंजीनियरिंग कॉलेज और तकनीकी विश्वविद्यालय पश्चिम राजस्थान में तकनीकी शिक्षा के प्रमुख केन्द्र के रूप में उभरेंगे।