बीकानेर, 21 मार्च। ऊर्जा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने कहा कि राजस्थान की लोक संस्कृति अनूठी है। यहां मनाए जाने वाले तीज, त्योहार और मेले जीवन में नया उत्साह भर देते हैं।
डॉ. कल्ला रविवार को हरि हेरिटेज में पत्रकार होली मिलन समारोह 'सतरंगी उत्सव' को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ महीनों, त्योहारों और परम्पराओं के अनुसार गीत हैं। इनमें हमारी लोक संस्कृति झलकती है। उन्होंने बीकानेर की रम्मतों को यहां की संस्कृति का आइना बताया तथा कहा कि इन परम्पराओं को जीवंत रखने की हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों द्वारा समय-समय पर ऐसे आयोजन होने चाहिए, जिनसे युवा पत्रकारों को अनुभवी पत्रकारों से सीखने के अवसर मिले। ऊर्जा मंत्री ने व्यसन मुक्त समाज के निर्माण में पत्रकारों को भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने होली से जुड़े पौराणिक प्रसंग भी सांझा किए।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार गोपाल व्यास, मोहन शर्मा, मधु आचार्य 'आशावादी', अपर्नेश गोस्वामी, बृज मोहन आचार्य तथा नौशाद अली का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि आरएसी के असिस्टेन्ट कमाण्डेन्ट घनश्याम मीणा तथा जय सिंह हाडला मौजूद रहे। उन्होंने बीकानेर के त्योहारों और पर्वों को पूरी दुनिया में विशिष्ट बताया।
अध्यक्षता नगर निगम के पूर्व सभापति चतुर्भुज व्यास ने की। उन्होंने समूचे शहर को एक परिवार बताया और कहा कि यहां के लोग एक साथ बैठकर अभी तीज त्योहार मनाते हैं। कार्यक्रम का संचालन रवि बिश्नोई ने किया। इस अवसर जय बीकाणा रसिक मंडल द्वारा होली के लोक गीतों की प्रभावी प्रस्तुति दी गई।