कोटगेट रेलवे क्रॉसिंग पर कई साल से लग रहे जाम से निजात दिलाने के लिए रेल बाईपास बने या एलीवेटेड रोड, इस पर चल रही बहस के बीच यूआईटी ने सांखला फाटक के पास अंडरपास बनाकर समस्या का मोटे तौर पर समाधान करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को कलेक्टर नमित मेहता ने यूआईटी की मीटिंग में इस मुद्दे पर अब तक हुई पूरी प्रक्रिया की फाइल मंगवाई।
उन्होंने यूआईटी सेक्रेट्री नरेन्द्रसिंह राजपुरोहित को निर्देश दिया कि अंडरपास पर लागत का तखमीना जल्द तैयार करें। इस दौरान एनओसी के लिए एक पत्र रेलवे को तथा स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा जाए। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, राज्य के कैबिनेट मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, कलेक्टर नमित मेहता एवं रेलवे डीआरएम की मौजूदगी में हाल ही इस मुद्दे पर मीटिंग भी हुई थी। हालांकि बाईपास को स्थायी समाधान माना गया, लेकिन अंडरपास फिजिबल हो तो इस पर विचार करने पर सहमित भी दी थी।
इसी लिहाज से यूआईटी के अधिकारियों ने सर्वे कर प्रारंभिक नक्शे बनाए हैं। शुक्रवार को मीटिंग में हुए निर्णय के बाद अब इसे अमली जामा पहनाया जाएगा। इसके अलावा रानी बाजार रेलवे क्रासिंग के नीचे अंडरपास बनाने में बार-बार आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए अब निविदा प्रावधानों को थोड़ा लचीला करने का निर्णय भी हुआ है। अगले दो दिनों में नए प्रावधान तय कर इसके लिए टैंडर जारी किए जाएंगे। मीटिंग में बताया गया कि यूआईटी ने अपनी देनदारियां चुकाने और आय के नए साधन तलाशने पर भी काम शुरू कर दिया है। अर्नेस्ट मनी के रूप में रखा गया लगभग एक करोड़ रुपया ठेकेदारों को लौटा देंगे। अब आय के लिए कॉलोनियों के बीच बची जमीन का सर्वे शुरू करेंगे। इस जमीन का ऑक्शन होगा। नई आवासीय योजना पर भी इसी महीने में निर्णय होने की संभावना है।