बीकानेर, 24 जनवरी। बीकानेर शहर में रेलवे फाटक की समस्या से आम जनता को निजात मिले और रेल बाईपास का मार्ग प्रशस्त हो इसके लिए राज्य के ऊर्जा और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री और केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम और संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल संयुक्त रुप से प्रयास करेंगे। दोनों ही मंत्रियों ने कहा कि बीकानेर के विकास के लिए वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक साथ कार्य करेंगे। दोनों ही मंत्रियों ने संयुक्त रूप से कहा कि रेल फाटक की समस्या के निदान के लिए जो भी बेहतर विकल्प है और स्थाई समाधान हो, वह किया जाएगा। इस समस्या के स्थाई समाधान में अगर कुछ समय लगता है तब तक के लिए शहर में रेलवे अंडर ब्रिज बनाने सहित अन्य सभी पहलुओं पर विचार विमर्श कर कोई बेहतर समाधान निकालने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार स्तर पर जॉइंटली बातचीत करेंगे। बीकानेर का विकास हमारी पहली प्राथमिकता है।
ऊर्जा व जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री व केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम और संसदीय कार्य राज्यमंत्री रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में रेलवे बाईपास और बीकानेर शहर में अंडर ब्रिज बनाने के लिए आयोजित बैठक में बोल रहे थे। डॉ. कल्ला ने कहा कि रेलवे अगर बाईपास का निर्माण कर बीकानेर में रेल फाटकों की समस्या का स्थाई समाधान की दिशा में कार्य करता है तो बाईपास के लिए जितनी भी भूमि अधिग्रहित करनी होगी, वह राज्य सरकार से निशुल्क दिलाने के लिए मुख्यमंत्री से बात कर भूमि रेलवे को उपलब्ध करवा दी जाएगी। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जल्द ही रेल मंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के साथ एक बैठक की जाएगी, जिसमें कोई स्थाई समाधान कर बीकानेर की इस समस्या का हल निकाल जा सके। मेघवाल ने कहा कि बाईपास पर होने वाला व्यय केन्द्र सरकार द्वारा वहन किया जाए, इसके भी प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में ऊर्जा मंत्री डॉ कल्ला ने कहा कि बाईपास के निर्माण का निर्णय होने तक रानी बाजार में रेल फाटक पर रेलवे अंडर ब्रिज बन जाए। साथ ही कोयला गली (सांखला फाटक) के पास भी एक रेल अंडर ब्रिज बने इसके लिए बीकानेर मंडल रेल प्रबंधक अपने अभियंताओं से इसका तकमीना और कार्य योजना बनाएं। इन दोनों अंडर ब्रिज पर होने वाला है खर्च उन्हें जिला प्रशासन के माध्यम से उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सभी रेलवे ट्रेक का विद्युतीकरण हो जाएगी और सभी स्थानों पर डबल ट्रेक रेल लाइन बनेगी। ऐसे में वर्तमान में बीकानेर शहर से जहां से रेल लाइन गुजरी है, वहां न तो विद्युतीकृत ट्रेन चल सकेगी और ना ही डबल ट्रैक बन सकेगा। ऐसे में रेल बाईपास ही एक बेहतर विकल्प है और रेल मंत्रालय को इस पर गंभीरता से विचार कर, रेल बाईपास को अमलीजामा पहनाना चाहिए।
बैठक में जिला कलक्टर नमित मेहता, मंडल रेल प्रबंधक एस.के. श्रीवास्तव, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, नगर विकास न्यास सचिव नरेंद्र सिंह राजपुरोहित,आयुक्त नगर निगम पंकज शर्मा, उपखण्ड अधिकारी मीनू वर्मा सहित पानी, बिजली विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।