नई दिल्ली: देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आज कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जा रहा है. इसके मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने गुरु तेग बहादुर अस्पताल में ड्राई रन का जायजा लिया.
ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. वहीं कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो दूर दराज इलाके में हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र और केरल में राजधानी के अलावा अन्य प्रमुख शहरों में भी ड्राई रन का कार्यक्रम होगा. सभी राज्यों में होने वाले ड्राई रन 20 दिसंबर 2020 को मंत्रालय द्वारा जारी ऑपरेशनल गाइडलाइन के अनुसार हो रहा है.
ड्राई रन उसी तरह किया जा रहा है, जिस तरह वैक्सीन आने पर टीकाकारण के बारे में प्लान किया गया है या जैसे वैक्सीन लगाई जाएगी. इस ड्राई रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी, सिर्फ लोगों का डेटा लिया जा रहा है और उसे coWin एप पर अपलोड किया जा रहा है. माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेजमेंट और ऑनलाइन डेटा सिक्योर करने जैसी कई चीजों का परीक्षण किया जा रहा है.
'कोविशील्ड' वैक्सीन को मंज़ूरी देने की सिफारिश
नए साल के पहले दिन ही CDSCO के एक्सपर्ट पैनल ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंज़ूरी देने की सिफारिश की है. कमेटी के इस फैसले से भारत को कोरोना महामारी के खिलाफ अपनी पहली वैक्सीन मिलने का रास्ता लगभग तया माना जा रहा है. 'कोविशील्ड' वैक्सीन का निर्माण भारत की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है.
बता दें कि तीन वैक्सीन कंपनियों ने इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन के लिए अनुमति मांगी थी. इनमें फाइजर, भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया शामिल है. अब सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश के आधार पर डीसीजीआई अपना फैसला लेंगे.