बीकानेर@ नाबालिग लडकी के ताऊ और ताई ने पैसों के लालच में नाबालिग की शादी 41 के व्यक्ति से करवा दी और इसके बदले करीब 10 लाख रूपए ले लिए। जिसके बाद पीडि़ता ने एसपी से गुहार लगायी लेकिन किसी भी तरह की सुनवाई नही की। इस पर बाल कल्याण समिति ने एक्शन लिया हैं।
इस सम्बंध में पीडि़ता नाबालिग ने बताया कि मेरी मां का काफी साल पहले देहांत हो गया था। बड़ा भाई और पिता के साथ सूरतगढ़ में रहती हूं। पिता शराब के नशे के आदी हैं। मेरे ताऊ और ताई ने मिलकर मेरी शादी 30 नवंबर को पूगल तहसील के एक गांव निवासी 41 वर्षीय व्यक्ति से धोखे से करवा दी। मैंने शादी के दौरान मना किया तो मेरी ताई और उसके परिवार के सदस्यों ने मुझे धमकाया कि उसे और उसके भाई को लड़के वाले जान से मार देंगें। मैं बहुत घबरा गई। मेरे पिता को ताऊ ने शादी के लिए लड़का कोई और दिखाया था। लेकिन जब अधिक उम्र का आदमी दूल्हा बनकर आया तो पिता ने भी इसका विरोध किया।
आरोपियों ने मेरे पिता को दूर ले जाकर अधिक शराब पिलाकर गाड़ी मेंं बंद कर दिया। मैं शादी के अगले दिन ही वापस आ गई और 4 दिसंबर को सूरतगढ़ सिटी थाने में पिता के साथ जाकर मुकदमा दर्ज करवाया। लेकिन पुलिस राजनीतिक दबाव में है और कोई कार्रवाई नहीं कर रही। मैं चार बार थाने जा आई लेकिन कोई सुनवाई नहीं करता। उल्टा मुझ पर ही ससुराल जाने और मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। मुझे कहीं से पता चला है कि 41 साल के आदमी ने शादी करने के बदले मेरे ताऊ को 10 लाख रुपए दिए हैं। घटना श्रीगंगानगर की हैं।
आरोपियों का डर ऐसा कि पीडि़ता अपने पिता और भाई के साथ रह रही अज्ञात स्थान पर
बाल कल्याण समिति कार्यालय पहुंची किशोरी ने बताया कि आरोपी काफी राजनीतिक प्रभाव वाले लोग हैं। इसलिए उसके परिवार को बहुत खतरा है। वह अपने पिता और भाई के साथ अज्ञात स्थान पर रह रही है।पीडि़ता इस शादी को तुड़वाकर आरोपियों के खिलाफ कानून संवतया कार्रवाई करवाना चाहती है।जिन लोगों ने उसे शरण दे रखी है, वे तथा वहां आसपास के लोग उसकी मदद कर रहे हैं।
28 दिसंबर को एसपी से मिलकर दिया परिवाद, फिर भी थाने में कोई नहीं सुनता:
आरोपी 41 वर्षीय कथित पति पर जबरदस्ती करने सहित घटना के बारे में परिवाद दिया। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। समिति ने पीडि़ता के परिवाद पर सिटी थानाधिकारी से रिपोर्ट के साथ पेश होने को कहा है।बाल कल्याण समिति अध्यक्ष एडवोकेट लक्ष्मीकांत सैनी व बाल संप्रेषण गृह अधीक्षक अंकिता गर्ग ने बताया कि किशोरी अपने पिता के साथ 28 दिसंबर को एसपी कार्यालय भी गई थी।