बीकानेर, 8 जनवरी। लोकायन संस्थान द्वारा राजस्थान कला एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से पन्द्रह दिवसीय ऑनलाइन बीकानेर साहित्य, कला, संस्कृति एवं थियेटर फेस्टिवल का आयोजन 15 से 30 जनवरी 2021 तक किया जायेगा। फेस्टिवल निदेशक नवल किशोर व्यास ने बताया कि कोरोना काल में आयोजित होने वाले बीकानेर के पहले भव्य ऑनलाइन सांस्कृतिक फेस्टिवल में बीकानेर की लोक कलाओं, हेरिटेज वॉक, शास्त्रीय संगीत, लोक संगीत, लोक नृत्य से जुड़े 500 से अधिक कलाकारों के अलावा देश के प्रसिद्ध कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
इस ऑनलाइन फेस्टिवल में पांच सौ से अधिक कलाकार, वक्ता, साहित्य कर्मी, बुद्धिजीवी, म्यूजियम क्यूरेटर, रंगकर्मी इत्यादि जुड़ेंगे और अपनी विभिन्न कलाओं से दर्शको को कला से जोडने और सीखने-समझने का प्रयास करेंगे। पहली बार एक साथ एक मंच पर नाटक, अभिनय, निेर्देशन, थिएटर मैनेजमेंट, लोक-नाट्य, लोक कलाओ, विरासत-संस्कृति, संगीत, खान-पान और उससे जुडे सत्र और कार्यशालाएं आयोजित होंगे जो इन क्षेत्र में कार्य कर रहें युवाओ के लिये सीखने और जानने का ये एक बेहतर अवसर होगा।
लोकायन के अध्यक्ष महावीर स्वामी ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान होने वाली सभी परिचर्चाएं, संवाद व प्रदर्शन आमजन के लिये फेसबुक और इंस्टाग्राम पर निशुल्क ऑनलाइन उपलब्ध होंगे जिसका दर्शक अपने घर पर परिवार के साथ आनंद ले पायेंगे। कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिये आयोजन कमेटी का निर्माण किया गया है जिसमें बीकानेर के वरिष्ठ साहित्कार और संस्कृतिकर्मी बीकानेर और राजस्थान की कला-संस्कृति से ऑनलाइन फेस्टिवल के माध्यम से रूबरू करवायेंगे।
इस फेस्टिवल के माध्यम से अनेक लोक कलाकारों को ना केवल कोरोना काल में प्रस्तुतियां देने का मौका मिलेगा बल्कि उन्हें आर्थिक सहयोग भी प्रदान किया जायेगा. यह समारोह नाट्य-कला-संस्कृति की विभिन्न शैलियों से युवा रंगकर्मी एंव दर्शकों के परिचय के लिए भी अहम रहेगा।
बीकानेर की लोकसंस्कृति भी होगी साकार
बीकानेर की रम्मतों, चकरी नृत्य, ख्याल, गणगौर के गीत, चंग, नगाड़ा जैसी लोक कलाओं के साथ -साथ बीकानेर के प्रमुख दर्शनीय और विरासत से जुडे स्थलो का वर्चुअल यात्रा से भी देश-दुनिया के दर्शक रूबरू हो सकेंगे। पन्द्रह दिन तक ऑनलाइन चलने वाले इस फेस्टिवल को कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन फेस्टिवल की वेबसाइट और सोशल मीडिया पर लाइव देख सकते है।