बीकानेर, 10 दिसम्बर। ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल और कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने जिले की सभी स्कूलों में विकास समितियों के गठन के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
डाॅ कल्ला ने गुरूवार को शिक्षा अधिकारियों के साथ जिले की स्कूलों की स्थिति और विकास समितियों के माध्यम से करवाए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों को क्रमोन्नत करना है उनकी सूची बनाकर दी जाए। जिले में स्थित जिन राजकीय विद्यालयों में अध्यापकों के पद रिक्त हैं उसकी सूची भी बना कर भिजवाएं जिससे सभी कार्य योजनाबद्ध रूप से किए जा सकें।
डाॅ ने कहा कि एक भी विद्यालय विकास समिति के गठन से वंचित नहीं हो साथ ही यह भी सुनिश्चित हो कि यह समिति क्रियाशील रहे। इन समितियों के माध्यम से स्कूलों में विकास के कार्य किए जाएं। मंत्री ने कहा कि सभी स्कूलों में एक व्यवस्था के तहत अलग-अलग धनराशि आवंटित की जाती है और धनराशि के माध्यम से स्कूलों में विकास कार्य हो। उन्होंने कहा कि समिति के सदस्य स्थानीय दानदाताओं और भामाशाह से भी संपर्क कर विद्यालय में विकास कार्य करवाएं। इनमें कंप्यूटर शिक्षा पर विशेष फोकस रखते हुए काम करें। सरकार द्वारा कंप्यूटर लैब की स्थापना से शेष रहे विद्यालयों में विद्यालय विकास समिति स्थानीय भामाशाहों के सहयोग से लैब के निर्माण का कार्य करवाएं।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि जिले की जिन स्कूलों में अध्यापकों के पद रिक्त हैं उनकी सूची बनाकर प्रस्ताव बनाएं ताकि सभी विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति का कार्य किया जा सके। इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर राज्य सरकार स्तर पर प्रयास कर पद स्वीकृत करवाए जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से समन्वय कर प्रस्ताव तैयार कर भेजें । इस सूची में क्रमोनयन के प्रस्ताव भी उल्लेखित करें।
नैतिक शिक्षा भी पढ़ाई जाए
डॉ. कल्ला ने जिला शिक्षा अधिकारी से कहा कि सभी स्कूलों में विषय अध्यापकों के अलावा एक अध्यापक ऐसा भी होना चाहिए जो बच्चों को नैतिक शिक्षा के बारे में बता सके और नैतिक मूल्यों के प्रति छात्रों को सजग करते हुए इन्हें व्यवहार में अपनाने के लिए प्रेरित कर सकें।