कॉलेज शिक्षा में अब राजस्थानी साहित्य के व्याख्याता के 10-15 पदों पर होगी भर्ती, मंत्री भाटी ने किया वादा, काॅलेज आयुक्त को दिए निर्देश

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बीकानेर 20 दिसंबर 2020 । कहते हैं, राजस्थानी अगर दृढ़ निश्चय से जिस काम को करने की ठान ले, वो तब तक नही हारता जब तक वो उस मंजिल को नही पा नही लेता, कुछ यही सटीक शब्द राजस्थानी मोट्यार परिषद पर चरितार्थ हो रहे हैं, जिसमें परिषद द्वारा काॅलेज व्याख्याता भर्ती 2020 में राजस्थानी साहित्य विषय के नये पदों को सृजित करने की मांग को लेकर तीन दिन के लगातार अथक प्रयास की मेहनत आज रंग लाई।


शनिवार को उच्च शिक्षा मन्त्री भंवर सिंह भाटी ने मोट्यार परिषद के बीकानेर संभाग महामंत्री सरजीत सिंह सहित प्रतिनिधि मंडल सदस्यों के सामने विभाग के अधिकारियों को मौके पर फोन स्पीकर पर करके कॉलेज व्याख्याता भर्ती में राजस्थानी साहित्य विषय के कम से कम 10-15 नए पदों पर भर्ती निकालने के आदेश दिए, वंही महाराजा गंगासिंह विश्विद्यालय में राजस्थानी साहित्य विषय का स्वतंत्र विभाग खोलकर जल्द पदों को भरने के सम्बंध में निर्देश दिए। मंत्री भाटी ने राजस्थानी मोट्यार परिषद के प्रतिनिधि मंडल को जरूरत पड़ने पर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया ।


उल्लेखनीय है, विगत 16 दिसंबर को राजस्थानी मोट्यार परिषद के संभाग महामंत्री सरजीत सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने राजस्थानी भाषा को दुसरी राजभाषा बनाने, काॅलेज व्याख्याता भर्ती 2020 में राजस्थानी साहित्य विषय के पद इसी विज्ञप्ति में शामिल करने, राजस्थानी साहित्य के नये पदों को सृजित करने सहित मांगों को लेकर सर्किट हाउस में भंवर सिंह भाटी उच्च शिक्षा मन्त्री से मुलाकात कर ज्ञापन दिया था।जिस पर मंत्री भाटी ने जल्द ही इन मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। शनिवार रात को इन माँगो को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए भाटी ने अधिकारियों को निर्देश दिये।


इन मांगों को लेकर भाग दौड़ करने वाले प्रतिनिधि मंडल में बीकानेर संभाग महामंत्री सरजीत सिंह, बीकानेर परिषद उपाध्यक्ष मुकेश रामावत, महासचिव प्रशान्त जैन, सलाहकार भरतदान चारण व रामावतार उपाध्याय, कोषाध्यक्ष राजेश चौधरी, शंकर दान चारण, राजुनाथ, सुरेन्द्र सहित मोट्यार परिषद के सदस्यों की मजबूत भूमिका रही।

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