बीकानेर पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ अब सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। गुरुवार देर रात पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ा। वो भागने लगा तो गोली मार दी। जिसे बाद में घायल अवस्था में पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया। सात हजार का इनामी बदमाश दीपू उर्फ दीपेंद्र की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है।
दरअसल, बीकानेर पुलिस पिछले कई दिनों से हार्डकोर अपराधियों को दबोचने में लगी है। इसी कड़ी में सात हजार रुपए के इनामी बदमाश दीपू उर्फ दीपेंद्र को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंची। उसे पकड़कर पुलिस ला रही थी कि रास्ते में उसने पुलिस उप निरीक्षक व कोतवाली थानाधिकारी संजय सिंह की रिवाल्वर छीनकर भागने का प्रयास किया। इस दौरान एक गोली उसके पैर में लगी। जिससे वो घायल हो गया। रात करीब तीन बजे उसे पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
दीपू उर्फ दीपेंद्र पर इस समय विभिन्न थानों में पंद्रह से अधिक मामले दर्ज है। वो जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर लूट, मारपीट सहित अनेक मामले दर्ज है। पुलिस को सभी मामलों में उसकी लंबे समय से तलाश थी। मुखबीर की सूचना पर उसे गुरुवार रात दबोचा गया।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। संजय सिंह की रिवाल्वर छीनने का प्रयास किया। अगर वो सफल हो जाता तो पुलिस पर फायरिंग भी कर सकता था। हालांकि फायरिंग मामले में अब पुलिस को अलग से रिपोर्ट देनी होगी।
हार्डकोर अपराधियों को पकड़ने के लिए आईजी दिनेश एमएन ने सख्त निर्देश दिए थे। इसी के तहत बीकानेर में पिछले दिनों एक ही दिन में पांच सौ पुलिस कर्मियों ने नब्बे से ज्यादा स्थानों पर रेड की थी। जिसमें स्वयं पुलिस अधीक्षक भी शामिल रही। इस बार आईजी भी पूरी कार्रवाई पर नजर बनाए रखे हुए हैं। इस कार्रवाई में दीपू उर्फ दीपेंद्र का पता लगाने में साइबर एक्सपर्ट हेड कांस्टेबल दीपक यादव की खास भूमिका रही।