उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस की अरबाज़ नाम के आरोपित से मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में अरबाज़ गंभीर रूप से घायल हो गया जिसने अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया। यह मुठभेड़ सोमवार (27 फरवरी 2023) को हुई। अरबाज़ पर आरोप था कि वो हमले के दौरान उस क्रेटा गाडी को चला रहा था जिससे शूटर आए थे। 1 दिन पहले यह क्रेटा गाड़ी अतीक अहमद के घर से बरामद हुई थी।
भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने इस मुठभेड़ पर लिखा, “मिट्टी में मिलाने का अभियान शुरू। उमेश पाल का एक हत्यारा अरबाज़ पुलिस मुठभेड़ में ढेर, जय हो।” अपने ट्वीट में शलभमणि ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें पुलिस एक घायल व्यक्ति को सरकारी वाहन से उतार कर स्वरूप रानी अस्पताल ले जा रही है। घायल व्यक्ति अरबाज़ बताया जा रहा है जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अरबाज़ अतीक के बेटे का ड्राइवर था। घटना की जाँच कर रही पुलिस टीम ने अरबाज़ के चेहरे को भी CCTV फुटेज में चिन्हित किया था। अरबाज़ ने न सिर्फ गाड़ी चलाई थी बल्कि उसके द्वारा उमेश पर हमले का भी आरोप है। मृतक अरबाज़ का अब्बा भी अतीक अहमद की गाड़ी चलाता था। अरबाज़ मूल रूप से प्रयागराज के पुरामुफ्ती इलाके के सल्लाहपुर का रहने वाला था। अरबाज़ की तलाश कर रही पुलिस को सोमवार सुबह उसकी लोकेशन प्रयागराज में ही धूमनगंज के पास नेहरू पार्क के पास मिली थी।
पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की तो सूचना सही निकली। अरबाज़ पुलिस को देख कर भागने लगा। पुलिस ने उसे रुकने के लिए कहा पर वो गोलियाँ चलाने लगा। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में गोलियाँ चलाईं। पुलिस की गोली अरबाज़ के सीने और पैर में लगी जिस से वो बुरी तरह घायल हो गया। अरबाज़ को अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बता दें कि इस समय प्रयागराज में हुआ उमेश पाल हत्याकांड काफी गरमाया हुआ है। सीएम योगी खुद कह चुके हैं,”माफियाओं को मिट्टी में मिला दूँगा। प्रयागराज की घटना पर सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर काम कर रही है।” वहीं उप-मुख्यमंत्री ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस कांड की जाँच की जा रही है। जाँच के बाद आप देखेंगे कि अपराधियों को ऐसी सजा दी जाएगी कि आने वाली पीढ़ियाँ भी याद रखेंगी। मामला फास्टट्रैक कोर्ट तक जाएगा।