बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर का सप्तम दीक्षान्त समारोह दिनांक 26 फरवरी, 2023 को माननीय राज्यपाल, राजस्थान एवं कुलाधिपति, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
मीडिया प्रभारी डाॅ. मेघना शर्मा ने बताया कि दीक्षान्त समारोह अध्यक्षीय उद्बोधन में माननीय राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा कि जिनके नाम से यह विष्वविद्यालय स्थापित है वह महाराजा गंगा सिंह जी बीकानेर राज्य के भूतपूर्व ऐसे नरेष थे जिन्हें आधुनिक सुधारवादी भविष्य दृष्टा शासक के रूप में आज भी याद किया जाता है। प्रशासनिक सुधारों और विकास की गंगा बहाने वाले लोकप्रिय राजा के रूप में उन्होंने अपनी पहचान बनाई। मैंने उनके बारे में पढ़ा है और यह पढ़कर तो और भी अच्छा लगा कि महाराजा गंगासिंह जी ने प्रजाप्रतिनिधि सभा का गठन अपने शासनकाल में कर उसे व्यवस्थापक सभा करते हुए इसके जरिए प्रजा के अधिकार बढ़ाए थे।
राज्यपाल और कुलाधिपति श्री कलराज मिश्र ने कहा कि शिक्षा ही उन्नति का प्रथम सोपान है। शिक्षा का मूल कार्य स्वयं की पहचान करना है। उन्होंने आह्वान किया कि विद्यार्थी शिक्षा का उपयोग चरित्र निर्माण के साथ विश्व कल्याण के लिए करें।
श्री मिश्र ने विद्यार्थियो को शिक्षा के माध्यम से स्वयं का सर्वांगीण विकास करते हुए शारिरिक, बौद्धिक और भावात्मक शक्तियों को पुष्ट करने का आह्वान किया ।
कुलाधिपति ने कहा कि शिक्षा, चरित्र निर्माण के साथ.साथ सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सूचना और प्रौद्योगिकी के दौर में विश्वविद्यालय को ऐसे नवाचार अपनाने होंगेए जिनसे स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए विद्यार्थी स्वयं को वैश्विक स्तर पर भी समर्थ बना सकें।
राज्यपाल ने कहा कि ज्ञानार्जन एक सतत प्रक्रिया है। जो सदैव सीखने का उत्सुक रहता है, वही जीवन को सही मायने में जीता है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि वे युवाओं को नियमित शिक्षा के साथ उनमें कौशल क्षमता बढ़ाकर स्वरोजगार और प्रतिस्पर्धात्मक रूप से आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
दीक्षान्त समारोह से पूर्व कार्यक्रम का संचलन करते हुये डाॅ. मेघना शर्मा ने दीक्षान्त समारोह से पूर्व वर्ष 2022 की विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
कुलपति ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों के 28 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधियां प्रदान की गई। वहीं स्नातक एवं स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 1 लाख 11 हजार 990 अभ्यर्थियों को उपाधियां प्रदान की गई। वहीं स्वीटी सुथार को कुलाधिपति पदक, सोहा शर्मा को कुलपति पदक, निकिता विधानी को आईसीएसआई सिग्नेचर अवार्ड तथा 57 स्नातक और अधिस्नातक विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। राज्यपाल ने 57 में से 45 पदक छात्राओं द्वारा हासिल करने को सुखद बताया।
कुलसचिव श्री अरुण प्रकाश शर्मा ने आभार प्रदर्शन किया। समारोह में विश्विद्यालय द्वारा प्रकाशित स्मारिका दीक्षा का भी विमोचन किया गया।
इस दौरान स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरुण कुमार, बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अंबरीश शरण विद्यार्थी, पूर्व कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत, विश्वविद्यालय संकायाध्यक्ष, प्रबन्ध बोर्ड एवं विद्या परिषद् के सदस्यगण आदि मौजूद रहे।