बीकानेर। बीकानेर जिले के नोखा उपखण्ड के दासनु गांव में बुधवार रात को दर्दनाक हादसा हो गया। चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग लगने से एक 15 साल का मासूम जिंदा जल गया। दादी के मौत के 10वें दिन घर में सत्संग चल रहा था। इसलिए सभी सत्संग में बैठे और विक्रम झोंपड़ी में अकेला सो रहा था। रात करीब 12 बजे चूल्हे पर चाय बनाने के बाद चूल्हे की चिंगारी से झोंपड़ी ने आग पकड़ ली। आग तेजी से झोंपड़ी में फैल गई और विक्रम आग से घिर गया। बाहर नहीं निकल पाने के कारण जलकर मौत हो गई।
दरअसल, बीमारी के कारण 16 दिसम्बर को विक्रम (15) की दादी की मौत हो गई थी। मौत के दसवें दिन घर में सत्संग चल रहा था। झोंपड़ी के अंदर बने चूल्हे पर करीब 12 बजे चाय बनाई गई थी। जहां विक्रम अकेला सो रहा था। पास ही की दूसरी झोंपड़ी में सत्संग चल रहा था। इस दौरान करीब 10 लोग मौजूद थे। करीब 2 बजे तक घर के सभी लोग सोने की तैयारी में थी कि अचानक चूल्हे की चिंगारी से झोंपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। इस दौरान आग के चपेट में आने से सिलेंडर फटा गया। अंदर सो रहा विक्रम आग की लपटों से घिर से और बाहर नहीं निकल पाया, जिससे जिंदा जल गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दासनु गांव के उम्मेद सिंह की ढाणी में अचानक आग लग गई। ढाणी में विक्रमसिंह (15) साल सो रहा था। जिसकी आग में जलने से मौत हो गई। बताया जा रहा है ढाणी में चूल्हे की चिंगारी से आग लगी, उसके बाद मौके पर पड़ा सिलेंडर फट गया।
आग से मौके पर बने 3 झोंपड़े व एक छपर जल गए। घर का सारा सामान भी जल कर राख हो गया। सूचना मिलने पर नोखा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक विक्रमसिंह(15) के शव को बागड़ी अस्पताल के मोच्र्युरी में रखवाया गया है। थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद जांगीड़ ने बताया कि घटनास्थल का जायजा लिया है, आग से घटना घटित हुई है, मामले की जांच की जा रही है।