जहां अशोक गहलोत सरकार अपने चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर जश्न मना रही है, वहीं बीजेपी ने गहलोत सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया है कि गहलोत सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक प्रदेश के हर व्यक्ति पर 87 हजार रुपये का कर्ज हो जायेगा. दोनों ही पार्टियों की ओर से वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है. राजे के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह कर्ज राजे सरकार द्वारा लिए गए कर्ज का नतीजा है. इस सरकार में बस जनहित के लिए कर्ज लिया गया है. वह भी नियम के अनुसार. वहीं बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर जनता से छल करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस के चार सालों में रहा विकास का अकाल- राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार प्रदेश के विकास और जनता की सेवा का फर्ज भूल गई है. उन्होंने कहा कि सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक प्रदेश के हर व्यक्ति पर करीब 87 हजार रुपए का कर्ज हो जाएगा, जो राजस्थान के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक है. इतने कर्ज के बावजूद इस सरकार के 4 साल में विकास का अकाल ही रहा. लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते रहे, सरकार में बैठे लोग कुर्सी के लिए झगड़ते रहे. राजे यह आरोप कल ही नहीं बल्कि पिछले दिनों में कई बार लगा चुकी हैं. राजे ने यह भी कहा कि राजस्थान की 4 साल में प्रगति तो हुई है, लेकिन वह भ्रष्टाचार, महिला व दलित उत्पीड़न, गैंगवार, गैंग रेप, बेरोजगारी, पेट्रोल डीजल एवं बिजली की कीमतों में हुई है.
सरकार ने किया था कर्ज माफी का वादा
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने बताया कि किसानों का केसीसी का कर्ज माफ़ नहीं हुआ. उन्हें परेशान किया जा रहा है जबकि कांग्रेस ने वादा किया था. अब कर्ज माफ़ी कब की जाएगी? उन्होंने कहा कि किसानों पर अलग कर्ज है और आम लोगों पर अलग. किसानों से ज्यादा तो आम जनता पर कर्ज बढ़ रहा है. सरकार अपना कोई ही वादा नहीं निभा रही है. बस झूठ और बहाने बना रही है.
कांग्रेस बोली ये वसुंधरा राजे के समय का कर्ज है
वहीं बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी का कहना है कि 1.5 लाख करोड़ से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का जो कर्ज राजस्थान पर बढ़ा था वो वसुंधरा राजे के समय में हुआ था. वर्तमान समय की सरकार जनहित के कार्य कर रही है. कोरोना महामारी के दौरान जो लोगों में विषमता आई है उसको दूर करने के लिए सरकार ने कर्ज लिया. ज्यादा कर्ज तो वसुंधरा राजे के समय में बढ़ा था. वर्तमान समय की सरकार कर्ज नहीं बल्कि लोगों को राहत दे रही है.