बीकानेर। राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना शुद्ध के लिए युद्ध के तहत मंगलवार को बीकानेर जिले में रीयूज्ड कुकिंग ऑयल के विरूद्ध विशेष अभियान चलाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पंवार के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेंद्र कुमार द्वारा बीकानेर के विभिन्न होटल संचालकों, नमकीन विक्रेताओं तथा कचोरी समोसे वालों का निरीक्षण किया गया। एफएसओ सुरेन्द्र कुमार ने एफएसएसएआई एक्ट के तहत खाद्य तेलों के अधिकतम 3 बार रीयूज तथा खराब बचे हुए तेलों के निस्तारण प्रक्रिया समझाई। साथ ही होटल और रेस्टोरेंट में कार्यरत कर्मचारियों में से एक या दो को फॉसटेक के तहत ऑनलाइन प्रशिक्षण लेने की अनिवार्यता के बारे में बताया । सभी जगह साफ-सफाई हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए।
इसके अतिरिक्त रानीबाजार के सगुन रसगुल्ला प्रतिष्ठान से रसगुल्ले का एक नमूना एकत्र कर जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला बीकानेर भेजा गया। निरीक्षण में सहायक कर्मचारी सुखदेव शामिल रहे।
सेहत का दुश्मन है रीयूज्ड तेल
डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने बताया कि बार-बार गर्म करने पर कुकिंग ऑयल में ट्रांस फैट की मात्रा बढ़ जाती है उसी के साथ कई विषैले तत्व बन जाते हैं जो सेहत के लिए बहुत गंभीर नुकसानदायक होते हैं। एफएसएसएआई के गाइडलाइन अनुसार तेल को एक बार में उपयोग करना चाहिए तथा इस दौरान अधिकतम 3 बार गर्म किया जा सकता है।