बीकानेर। अभी अभी पता चला है कि बीकानेर के तीन बड़े व नोखामंडी के एक धन्ना सेठ के घर व फैक्ट्री पर आज सुबह चार बजे आयकर विभाग के अधिकारियों ने घेराबंदी करके छापा मारा है। मिली रिपोर्ट के अनुसार जिन लोगों पर छापा मारा गया है उनके खिलाफ़ लम्बे समय से आयकर विभाग को शिकायतें मिल रही थी।
सूचना के अनुसार नोखामंडी के श्री निवास झंवर ग्रुप पर आरोप है कि कोरोना काल में हजारों करोड़ रुपए की खाद्य सामग्री सरकार को सप्लाई की थी, जिसमे बड़े स्तर पर घोटालें की संभावना है।
इसके अलावा बीकानेर के तीन बड़े लोगों पर छापे मारे गए है वह भी किसी न किसी रुप में बड़े सटोरियें माने जाते है।
इस दौरान नोखा में जिस घर पर आयकर विभाग की टीम पहुंची, उसकी तबियत खराब हो गई। आयकर विभाग के अधिकारी ही उसे लेकर अस्पताल पहुंचे हैं। उधर, बीकानेर के गंगाशहर सहित तीन स्थानों पर छापे मारे गए हैं।
विभाग की टीमें बीस से ज्यादा गाड़ियों में एक साथ मौके पर पहुंची। एक टीम नोखा के श्रीनिवास झंवर के घर पहुंची तो दूसरी टीम नोखा में ही उनकी फैक्ट्री पर पहुंची। इसके अलावा हनुमान झंवर,लाला झंवर के प्रतिष्ठानों पर भी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा बृजरतन तापड़िया से भी आयकर विभाग पूछताछ कर रहा है। तापड़िया की तबियत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
राठी और चायल पर कार्रवाई
बीकानेर शहर में स्टार ग्रूप के जुगल राठी , धनपत चायल ओर दुग्गड ग्रूप पर भी कार्यवाई की जा रही है। इनमें धनपत चायल राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारी है। वहीं जुगल राठी भी बीकानेर के बड़े व्यापारी है। राठी पिछले कुछ समय से एक राजनीतिक पार्टी के साथ अपना जुड़ाव दिखा रहे हैं। जुगल राठी के पास बाइक्स, कार सहित अन्य एजेंसियां है।
कोरोना काल की गड़बड़ी
बताया जा रहा है कि कोरोना काल में हुई खरीद फरोख्त के मामले में आयकर विभाग की नजर झंवर पर थी। उस समय की खरीद के बाद से कई शिकायतें भी झंवर परिवार के संबंध में केंद्र सरकार तक पहुंची थी, जिसके बाद आयकर विभाग को ये मामला सौंपा गया।
ऐसी संभावना है की आयकर विभाग ने ईमानदारी से कार्यवाई की तो हजारों करोड़ रुपए का कालाधन बरामद होगा।