व्यस्ततम माने जाने वाले शहर के इलाके कचहरी परिसर में इन दिनों एक बंदर ने आतंक मचा रखा है। बंदर ने शनिवार को एक व्यक्ति पर हमला कर उसे घायल कर दिया। जनक्रांति फ़ाउंडेशन के संरक्षक एडवोकेट कुलदीप कड़ेला ने बताया कि ये बंदर 10-12 दिनों से कचहरी परिसर में जमकर उत्पात मचा रहा है। शनिवार को बंदर ने एक व्यक्ति पर हमला करके लहूलुहान कर दिया गया। इससे पहले भी बंदर ने काफी व्यक्तियों को चोटिल किया है।
इस संबंध में संबधित अधिकारियों को अवगत करवाया, पर यह बंदर पकड़ में नहीं आ रहा है। नगर निगम के द्वारा भी दो दिन पहले कर्मचारियों को भेजकर बंदर को पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन दल बंदर को पकड़ने में नाकाम रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है। इस कारण कचहरी परिसर में आने वाले लोगों के साथ अधिवक्ता डरे हुए हैं। वहीं तीन-चार अन्य बंदर भी आसपास की कॉलोनियों में घूम रहे हैं। इन दिनों इन बंदरों ने वेटरनरी विश्वविद्यालय के इर्द गिर्द कॉलोनियों में डेरा डाल रखा है। इस कारण वहां महिला एवं बच्चों में भय व्याप्त है।
निराश्रित गोवंश व श्वानों से भी परेशानी
बीकानेर की सड़कों में वैसे भी निराश्रित पशुओं का दबदबा रहता है। विशेषकर पुराने शहरी क्षेत्र में। यहां पर हर गली मोहल्लों में गो वंश एवं श्वानों का जमावड़ा दिख जाता है। कई बार ये सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। सड़कों पर गो वंश की भिडंत से राहगीर भी चपेट में आकर घायल हो जाते हैं। हांलांकि लंपी रोग फैलने से बहुत से गोवंश में कमी आई पर श्वानों का बोलबाला कायम है। लोग प्रशासन से इस समस्या के निराकरण की मांग करते रहते हैं।