बीकानेर।इयरफोन लगाकर रेलवे ट्रैक पर घूमना कितना खतरनाक हो सकता है, इसका बड़ा उदाहरण शनिवार को लूणकरनसर में देखने को मिला, जहां एक युवक की मौत हो गई। उसके कानों में इयरफोन लगा हुआ था और पीछे से आ रही ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी। ट्रेन की चपेट में आने से वो गंभीर घायल हो गया। अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।शनिवार को लूणकरणसर में रेलवे फाटक से कुछ दूरी पर कालका एक्सप्रेस ट्रेन जा रही थी। इसी दौरान ट्रेन पर एक युवक जा रहा था। नौजवान के कानों में ईयरफोन लगा हुआ था और वह ट्रेक के साथ-साथ चल रहा थ।पीछे से आ रही ट्रेन की आवाज भी उसे ईयरफोन कारण सुनाई नहीं दी। रेल ने जोर से टक्कर मारी जिससे वो घायल हो गया। अमित शर्मा नामक व्यक्ति ने टाइगर फोर्स टीम को इसकी सूचना दी। इसके बाद फोर्स के प्रदेशाध्यक्ष महिपाल सिंह राठौड़ और राजू कायल मौके पर पहुंचे। घायल को लेकर अस्पताल गए लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। मृतक लूणकरनसर के वार्उ संख्या 22 में रहने वाला शबीर निवासी वार्ड नंबर 32 लूणकरनसर है।
कट गए कई हिस्से
रेलवे ट्रेक पर शबीर के शरीर के कई टुकड़े कटे हुए मिले हैं। पैर की हड्डी इधर-उधर बिखरी हुई मिली तो शरीर के चिथड़े भी नजर आए। उसकी सांस चल रही थी तो अस्पताल ले गए लेकिन रास्ते में दम तोड़ दिया।
खतरनाक है ईयरफोन
आमतौर पर लोग ईयरफोन लगाकर सड़कों पर भी घूमते हैं और हादसे के बड़े कारण बन जाते हैं। पिछले दिनों बीकानेर शहर में भी बाइक सवार इसी कारण घायल हो गए थे। इसके अलावा कई सड़क हादसों का कारण ईयरफोन होता है। रेलवे ट्रेक पर ईयरफोन लगाकर घूमना सबसे ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है। आमतौर पर युवक ईयरफोन की आवाज भी तेज कर लेते हैं, जिससे आसपास का कुछ भी सुनाई नहीं देता।