बीकानेर। खाजूवाला उपखण्ड क्षेत्र में जिप्सम का अवैध रूप से खनन जारी है। अब प्रशासन व विभागों को इन खनन को रोकने के लिए अन्यत्र जगह से अतिरिक्त स्टाफ बुलाना पड़ रहा है। खाजूवाला क्षेत्र के 15 केजेडी में रविवार रात को वन क्षेत्र से अवैध जिप्सम निकालने की शिकायत मिलने पर वन-विभाग की 61 हैड, छतरगढ़ व दंतौर की टीम संयुक्त रूप से छापेमारी के लिए खनन क्षेत्र में पहुंची।
यहां खनन माफिया के साथ टीम की कहासुनी भी हुई। इस पर पूगल पुलिस की टीम को मौके पर बुलाया गया। वन-विभाग ने अवैध रूप से जिप्सम से भरे एक ट्रक को यहां पकड़ा है। वहीं तीन खाली ट्रक बताए जा रहे थे जो खनन माफिया लेकर फरार हो गए। वन-विभाग ने मुकदमा भी दर्ज किया है। पकड़े ट्रक को खाजूवालाद थाने में खड़ा करवाया गया है।
क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेन्द्रपाल मीणा ने बताया कि खाजूवाला के 15 केजेडी सामरदा से सूचना मिली कि यहां अवैध रूप से जिप्सन का खनन किया जा रहा है। इस पर उपवन संरक्षक छतरगढ़ के आदेश पर कार्रवाई की गई है। इसके लिए वन-विभाग की दो टीमें बनाई गई और रविवार रात्रि को गश्त के दौरान यहां खनन किया पाया गया। इस पर यहां वन-विभाग की रेंज दंतौर, 61 हैड, छतरगढ़ की टीमों को बुलाया गया तथा पूगल पुलिस की टीम को भी बुलाया गया।
इसके बाद खनन करते एक ट्रक को 15 केजेडी से एक एडीएम की ओर आते पकड़ा। इसमें अवैध रूप से जिप्सम भरा था। वहीं मौके पर तीन खाली ट्रक व एक जेसीबी पाई गई, जिसे खनन माफिया वन-विभाग की टीम को देखते ही भगा ले गए। इस पर वन-विभाग में चालक विक्रम निवासी सत्तासर व प्रताप सिंह निवासी कुम्हारा की ढ़ाणी जोधपुर के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है। वहीं एक ट्रक को पकड़कर खाजूवाला थाने में खड़ा करवाया गया है।
सूत्रों के अनुसार खनन माफिया वन-विभाग व पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रहे थे। इस दौरान वन-विभाग की महिला कार्मिक पर खनन माफिया द्वारा गाड़ी चढ़ाने के प्रयास की घटना सामने आ रही है। एक वीडियो में देखा जा सकता है कि वन-विभाग, पुलिस तथा खनन माफिया में काफी देर तक कहासुनी हुई। वहीं एक दूसरे को देख लेने की बात भी सामने आ रहा है।