संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल की दशा सुधारने की कवायद शुरू कर दी गई है। अगर किसी प्रकार की तकनीकी दिक्कत नहीं आई, तो निकट भविष्य में अस्पताल में कई तरह के विकास कार्य कराए जाएंगे। गत 28 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों की बैठक में कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों की दशा सुधारने के लिए प्रस्ताव मांगे थे। इसके बाद जिला कलक्टर तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने प्राचार्य के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान एक-एक वार्ड तथा शौचालय की स्थिति देखी गई। हर जगह कहीं पर पानी लीकेज, तो कहीं पर दीवारों पर प्लास्टर उतरा हुआ नजर आया।
इसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने तकमीना तैयार किया। अस्पताल की दशा सुधारने के लिए करीब 35 कराेड़ रुपए का प्रस्ताव बनाया गया है। इस राशि से शौचालयों का निर्माण, रंगरोगन, अस्पताल के बरामदों में जीर्णोद्धार, बिजली तथा पानी की व्यवस्था को सुधारने तथा क्षतिग्रस्त चारदीवारी की मरम्मत सहित मरीजों के लिए कई तरह की सुविधाएं जुटाई जाएंगी। साथ ही अस्पताल परिसर के चारों ओर रंगाई का काम भी किया जाएगा, ताकि अस्पताल नए स्वरूप में नजर आए।
सड़कों की भी होगी मरम्मत
अस्पताल परिसर में इस समय पुरानी सीवरलाइन की जगह नई सीवरलाइन बिछाने का काम चल रहा है। इस वजह से पूरे परिसर में सड़क को खोदा गया है। आवागमन भी बाधित हाे रहा है। योजना के अनुसार सीवर लाइन बिछाने के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत की जाएगी। इसके लिए अलग से बजट तैयार किया जाएगा। संभवत: आगामी माह में नई सीवरलाइन का काम पूरा होने के बाद सड़क का काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग की टीम निरीक्षण कर अनुमानित बजट तैयार करेगी।