संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल को भी अब साफ-सुथरा बनाने की कोशिश की जा रही है। इस क्रम में अस्पताल प्रशासन ने गंदगी फैलाने वाले व्यक्ति से जुर्माना के तौर पर एक निश्चित राशि वसूलने का फैसला लिया है। आगे चल कर जुर्माना राशि में बढ़ोतरी भी की जा सकती है। गत दिनों राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी की बैठक में अस्पताल में गंदगी का मुद्दा छाया रहा था। उस वक्त सोसाइटी के सदस्य त्रिलोकीनाथ कल्ला ने कहा भी था कि अस्पताल आने वाले मरीज तथा उनके परिजन गंदगी से परेशान हैं। नई व्यवस्था में अब अस्पताल की दीवारों पर पीक थूकने, वार्ड तथा बरामदों में गंदगी फैलाने एवं पॉलीथिन का उपयाेग करने वालों के खिलाफ सख्ती अपनाने का फैसला लिया गया है। अब तक प्रशासन ने 50 लोगों के चालान काटे हैं। प्रति व्यक्ति से 50 रुपए का जुर्माना वसूला गया है। जुर्माना वसूलने पर रसीद भी संबंधित आदमी को दी जाती है। जुर्माने के तौर पर वसूली जा रही राशि राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसाइटी के खाते में जमा की जाएगी।
बहुत पहले ही लगाई थी सूचना हालांकि अस्पताल प्रशासन ने परिसर की दीवारों पर बहुत पहले ही पीक थूकने पर 50 रुपए का जुर्माना लगाने की सूचना लगाई थी, लेकिन कभी भी अमल नहीं किया था। इस वजह से लोगों ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया।
जनता से सहयोग की अपेक्षा
अस्पताल को साफ सुथरा रखने के लिए ही जुर्माना वसूलने की प्रक्रिया शुरू की गई है। यह राशि भी जनता के ही काम आएगी। मरीजों तथा परिजनों से भी सफाई रखने के लिए अपेक्षा की जा रही है। ताकि यहां अन्य कोई संक्रमण न फैले।
- डॉ. पीके सैनी, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल