गजनेर सीएचसी में फर्जी तरीके से पिछले छह महीनों से नौकरी कर रहे नर्सिंगकर्मी रोहिताश को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। गजनेर थाना पुलिस ने शनिवार को आरोपी नर्सिंगकर्मी को श्रीकोलायत न्यायालय में पेश किया, जहां उसे दो दिन के रिमांड लेने के आदेश दिए गए।
गजनेर एसएचओ धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी युवक फर्जी नियुक्ति पत्र से पिछले छह महीनों से सीएचसी में जीएनएम की नौकरी कर रहा था। उन्होंने बताया कि आरोपी से रिमांड अवधि के दौरान उसके द्वारा नर्सिंग कोर्स करने संबंधी डॉक्यूमेंट हासिल किए जाएंगे।
आरोपी युवक रोहिताश ने पिछले डेढ़ साल से अपने पिता के नाम से मेघासर गांव में क्लिनिक भी खोल रखी थी। क्लीनिक में वह मरीजों को दवाइयां देने और उनके ड्रिप चढ़ाने का काम भी करता था। काफी समय से गजनेर सीएचसी कार्मिकों के साथ संपर्क में था। युवक को जब यह पता लगा कि सीएचसी में अस्थाई तौर पर जीएनएम की पोस्टिंग हो रही है, तो उसने फर्जी तरीके से सीएमएचओ और बीसीएमएचओ के आदेश दिखाकर पोस्टिंग हासिल कर ली थी।
विभाग भी कठघरे में
एक युवक बिना किसी चिकित्सीय प्रमाण-पत्र व डिग्री के स्वास्थ्य विभाग में छह माह से नौकरी कर रहा था। छह महीने तक विभाग तो दूर, सीएचसी में कार्यरत स्टाफ तक को भनक नहीं लगी। गनीमत रही कि उसके जीएनएम के पद पर कार्य करने के दौरान किसी मरीज के साथ अनहोनी नहीं हुई। सर्वाधिक हैरान करने वाली बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग में ऐसे तो कोई भी फर्जी दस्तावेज पेश कर नौकरी पा सकता है।