राजस्थान की सीकर जिले से दुखद खबर सामने आई है। जहां खाटू श्याम जी दर्शन करने जा रहे श्याम भक्तों ने चलती ट्रेन से छलांग लगा दी। जिसके चलते दो दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ट्रेन में किन्नर आ गए थे जो उनको परेशान कर रहे थे। इससे बचने के लिए उन्होंने छलांग लगा दी।
खाटू श्याम जी के दरबार में जा रहे श्याम भक्तों के साथ गंभीर हादसा हुआ। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में जब वे लोग खाटू जाने के लिए बैठे तो ट्रेन में कथित किन्नर आ पहुंचे। उन्होनें मारपीट और लूटपाट करने की कोशिश की तो उनसे डरकर दो लोग धीमी चलती ट्रेन से कूद गए। लेकिन दोनो के कूदते ही पास वाले ट्रेन से आ रही दूसरी ट्रेन ने दोनो को रौंद दिया। घटना देर रात करीब दो बजे के बाद सवाई माधोपुर जिले की है। मृतकों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। दोनो मृतक सवाई माधोपुर जिले के चौधरी मौहल्ले के रहने वाले हैं।
दो दोस्तों की मौत आखों के सामने देखकर सदमें में आ गया तीसरा दोस्त
मामले की जांच पड़ताल कर रही पुलिस ने बताया कि देर रात करीब दो बजे के बाद सवाई माधोपुर स्टेशन से खाटू जाने के लिए ट्रेन में अनिल, फूलचंद्र और महेश चढ़े थे। ट्रेन जैसे ही हल्की धीमी गति पर शुरु हुई तो उसी दौरान किन्नरों के भेष में कुछ बदमाश ट्रेन में चढ़ गए। वे वसूली करने लगे। महिलाओं से छीना झपटी की। लोगों ने विरोध किया तो दो तीन लोगों को पीट दिया। उनसे डरकर अनिल, फूलचंद और महेश ने खाटू जाने का विचार त्याग दिया और चलती ट्रेन से कूद गए। अनिल से पहले फूलचंद और महेश ने ट्रेन से छलांग लगाई तो अनिल के सामने ही दोनो को दूसरी ट्रेन ने कुचल दिया। अनिल भी कूदने के दौरान ट्रेन से लटक गया। उसकी जान तो बच गई लेकिन उसके सामने ही उसके दोनो दोस्तों की जान चली गई।
दूल्हा बनने वाला था, लेकिन उठ गई अर्थी...
फूलचंद पेशे से नाई था और महेश ठेला लगाता था। महेश अपने माता पिता की इकलौती संतान था। जल्द ही उसकी शादी होने वाली थी। लेकिन मौत की खबर सुनकर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा । बुजुर्ग पिता अचेत हो गए। उधर जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन में किन्नर नहीं थे, दोनो लोग ट्रेन से बाहर तफरी करने के लिए उतरे थे और ट्रेन की चपेट में आ गए।