बीकानेर में अभी तक निगम महापौर सुशीला कंवर और निगम आयुक्त गोपाल राम बिरड़ा के बीच विवाद सुलझा नही है। बीते महीनों से लगातार महापौर बिरड़ा के खिलाफ मुखर विरोध करती नज़र आई है। अब सुशीला ने इस बन्द कमरों की लड़ाई को जनता के सामने लाकर रख दिया है। महापौर ने एक अपील जारी कर निगम आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाए है, जिसमे लिखा है कि निगम आयुक्त गोपाल राम बिरड़ा राजनैतिक संरक्षण में लगातार नियमों और कानून के खिलाफ कार्य कर नगर निगम और जनता को परेशान कर रहे हैं। चाहे कोर्ट स्टे के बावजूद तुलसी गौशाला तोड़ना हो, बरसात के समय नाला सफाई के स्थान पर अतिक्रमण तोड़ना हो, पट्टों के नाम पर जनता से नियमों के नाम पर अनावश्यक पैसे लेना हो, पट्टों के नाम पर रिश्वतखोरी, पट्टों के झूठे आंकड़े भेजना, संविधान और नगर पालिका अधिनियम के खिलाफ बोर्ड बैठक बुलाना ,केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम जी मेघवाल की साधारण सभा में स्वीकृति ना लेना और उनकी अवमानना करना ऐसे कई मामले हैं जिन पर मेरे द्वारा जिला कलेक्टर,संभागीय आयुक्त, डीएलबी डायरेक्टर,शासन सचिव,मुख्य सचिव तथा मंत्री शांति धारीवाल को पत्र लिखकर और मिलकर प्रमाण और सबूत देकर इस अधिकारी को हटाने के लिए निवेदन किया जा चुका है ताकि शहर में फेल रही अव्यवस्थाओं को रोका जा सके।
आज 2 महीने से अधिक समय बीत जाने पर भी दोषी अधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
अतः जनहित में जनता के साथ हो रहे इस अन्याय और प्रताड़ना के खिलाफ ऐसे अधिकारी को हटाने के लिए मैं सुशीला कंवर राजपुरोहित उपमहापौर श्री राजेंद्र जी पंवार तथा अपने साथी पार्षदों के साथ अनिश्चितकालीन धरने का आव्हान कर रही हूं। मेरा आपसे निवेदन है की अधिक से अधिक संख्या में पधारकर मुझे और मेरे साथियों को सत्य और न्याय की इस लड़ाई में समर्थन और आशीर्वाद प्रदान करें। महापौर ने लोगों से कलेक्टर परिसर पहुंचकर समर्थन देने की बात कही है।