शहीद जगदीश बिश्नोई स्मारक पर बहनों ने भाइयों को बांधे रक्षा सूत्र, थाने में पुलिसकर्मियों की कलाई पर बांधी राखी
नोखा. कस्बे में गुरुवार को भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। बहनों ने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर कलाई पर रक्षासूत्र बांधे, तो भाइयों ने भी बहनों को उपहार देकर आजीवन रक्षा का वचन दिया। इस मौके पर राजस्थान पत्रिका के रक्षकों की राखी अभियान के तहत सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए भेजी गई राखियां बांधी गई। वहीं नोखा में शहीद स्मारक पर ऐसा दृश्य सामने आया, जो हर किसी को भावुक करने वाला था। यहां शहीद की बहन सुमित्रा व सुशीला ने अपने लाडले भाई शहीद जगदीश बिश्नोई की प्रतिमा पर तिलक कर कलाई पर राखी बांधी, तो भावुक हो गई। शहीद के परिजनों की आंखें भर आई। ड्यूटी पर जाते समय हादसे में शहीद हुए गुंदुसर के ओमप्रकाश सेन की तीन बहनें भंवरी, मोनिका व सरिता और माता लक्ष्मी देवी, पिता बजरंग सेन भी आए थे। बहनों ने यहां पर मौजूद अन्य भाइयों को भी राखियां बांधी। इस दौरान शहीद के भाई रामनिवास बिश्नोई, सुभाष बिश्नोई, रिछपाल फौजी, प्रदीप देहड़ू, रामचंद्र, अशोक भाम्भू, सुनील बिश्नोई, मनीष, योगेश, राजेंद्र बिश्नोई सहित मातृशक्ति मौजूद रही।
पुलिस कर्मियों को बांधे रक्षासूत्र
रक्षकों की राखी अभियान के तहत दुर्गावाहिनी व मातृशक्ति और माहेश्वरी महिला मंडल की बहनों ने थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधे। इस दौरान सीआइ ईश्वर प्रसाद जांगिड़, उर्मिला तापडि़या, राधामणी चितलंगी, सरला अग्रवाल, सरोज राठी, शांति मूंधड़ा, सरीता तापडि़या, मैना तापडि़या, मंजू लोहिया, जमुना राठी सहित पुलिसकर्मी मौजूद रहे।