बीकानेर। नाल थाना क्षेत्र के गांव में खेत में बनी पानी की डिग्गी में डूबने से सगे भाई-बहन की मौत हो गई। हादसे के बाद घर में मातम छा गया। हादसे का पता चलने पर नाल पुलिस मौके पर पहुंची। नाल सीआइ विक्रमसिंह चारण ने बताया कि झझू निवासी गोपनाथ ने कावनी गांव में दीपाराम पुत्र डालूराम जाट का खेत काश्त पर ले रखा है। वह खेत में बनी ढाणी में परिवार सहित रहता है।
बुधवार को वह खेत में तथा पत्नी ढाणी में काम कर रही थी। ढाणी के पास ही बनी पानी की डिग्गी के नजदीक छह वर्षीय बेटा सूरजनाथ व ढाई वर्षीय बेटी पायलकी खेल रहे थे। खेलते-खेलते वह पानी की डिग्गी में गिर गए। दस मिनट तक जब गोपनाथ की पत्नी को बच्चों को आवाज नहीं सुनाई दी, तो उसने बेटे सूरज को आवाज लगाई। उसे शक होने पर वह डिग्गी पर गई। वहां का नजारा देखकर होश उड़ गए। वह जोर-जोर से रोने लगी। तब गोपनाथ व अन्य ग्रामीण वहां पहुंचे।
डिग्गी में पानी गहरा था
सीआइ चारण ने बताया कि डिग्गी में पानी गहरा था। बच्चों के शव पानी के ऊपर आ गए थे। ग्रामीणों ने शवों को निकाला, तब तक 20 मिनट हो चुके थे। दोनों बच्चों की मौत हो गई। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन परिजनों ने इस मामले में किसी तरह की पुलिस कार्रवाई नहीं कराने की बात कही।
घर में मातम पसरा
गुरुवार को रक्षाबंधन होने के कारण गोपनाथ की पत्नी भी अपने भाइयों को राखी बांधने पीहर जाने वाली थी। इसलिए वह घर व खेत का काम निपटा कर शाम को जाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। उसकी राखियां लाई हुई घर पर ही रह गईं। कलेजे के टुकड़े सूरज व ढाई वर्षीय बेटी पायलकी उसे हमेशा के लिए छोड़ गए। घरवालों की आंखें रो-रो कर पथरा-सी गईं।