बीकानेर। लूणकरणसर में नाबालिग समेत एक युवक को बबर्रता से पीटने का मामला सामने आया है। थाना प्रभारी समेत पुलिस कर्मियों ने दोनों को पीट पीट कर उनकी चमड़ी उधेड़ दी। पुलिस की इस बर्बता से लूणकरणसर के लोगों में आक्रोश की लहर व्याप्त है। दोनों पीड़ितों के परिजनों ने सोमवार को रैंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश पासवान के समक्ष परिवाद पेश कर पीड़ितों के शरीर पर पुलिस की बबर्रता के निशान दिखाये। आईजी ने इस मामले को लेकर सीओ लूणकरणसर नारायण बाजिया को जांच के आदेश दिये है। हैरानी की बात तो यह है कि पुलिस ने दोनों पीड़ितों पर महज इस लिये कहर बरपाया, क्योंकि दोनों ने अपने गांव के ठेके में देर रात तक शराब की अवैध बिक्री को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत से खफा हुईं थाना प्रभारी सुमन पड़िहार गत शुक्रवार की दोपहर सिपाही नेतराम के साथ स्कार्पियों में सवार होकर धीरेरा पहुंची और मनीराम गोदारा के घर में घुस कर नाबालिग विष्णु पुत्र सतपाल विश्नोई तथा उसके साथी युवक अनिल अनिल रोझ को जबरन गाड़ी में डालकर थाने ले आई। थाने में लाने के बाद थाना प्रभारी और पुलिस कर्मियों ने दोनों को निवस्त्र करके अमानवीय तरीके से मारपीट कर चमड़ी उधेड़ दी। बताया जाता है कि पीड़ितो ने कुछ दिन पहले गांव के ठेके में देर रात तक शराब की अवैध बिक्री को लेकर ठेकेदार ओमसिंह के खिलाफ लूणकरणसर थाने में शिकायत दर्ज करवा दी थी। इस मामले में पुलिस ने शराब ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय शिकायत करने वाले नाबालिग विष्णु और उसके दोस्त अनिल रोझ को अपनी रडार में ले लिया।
इस घटना को लेकर सोमवार को आईजी ऑफिस में पेश हुए पीड़ितों और उनके परिजनों की ओर से दिये गये ज्ञापन में लूणकरणसर थाना प्रभारी सुमन पड़िहार समेत थाना पुलिस के कांस्टेबल नेतराम, सुरेश मीणा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये है। ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि थाना प्रभारी ने बबर्रता दिखाते हुए पुलिस कर्मियों से कहा कि नाबालिग की उम्र अट्ठारह साल दर्ज कर दोनों की इस तरह फिटनेस करो कि शराब ठेकेदार ओमसिंह के खिलाफ शिकायत करना भूल जाये। ठेकेदार हमें मंथली देता और तुम लोग उसकी शिकायत करते हो। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि थाना प्रभारी ने पीड़ितों को धमकी भरे लहजे में कहा कि मैं तुम दोनों की जान से भी मार दूं तो मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा, सीएम गहलोत का लड़का वैभव गहलोत मेरा रिश्तेदार है। रातभर थाने में अमानवीयता से मारपीट के बाद पुलिस ने हम दोनों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार दिखा कर बिना मेडिकल मुआयना कराये एडीएम के समक्ष पेश कर दिया। पीड़ितों ने ज्ञापन के साथ पुलिस की बबर्रता के फोटों भी पेश किये है। जानकारी में रहा कि लूणकरणसर एसएचओ सुमन पड़िहार का अभी हाल ही में रेंज स्तर पर जारी हुई तबादला सूचि में चुरू लगाया गया है। जो फिलहाल रिलिव नहीं हुई है, इस बीच सोमवार को जिला मुख्यालय से जारी तबादल सूचि में सुमन पड़िहार को लाईन में तैनाती दी गई है। वहीं दूसरी ओर पीड़ित अनिल पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप है कि अनिल ने ठेकेदार से पैसे मांगता था। सात दिन पहले भी पुलिस मौके पर गई थी। चार माह पूर्व राजियासर में भी अनिल पर हमला हुआ था। कुछ युवकों ने उसे बुरी तरह पीटा। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ। अनिल ने राजियासर थाने में कालू नाथ आदि के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया।