बीकानेर , 28 जुलाई। बाल श्रम रोकथाम के तहत गठित टीमों द्वारा गुरूवार को विभिन्न स्थानों पर निरीक्षण कर बाल श्रम नहीं करवाने से जुड़ी समझाइश की गई व वाचन पत्र भरवाए गए। बाल अधिकारिता की सहायक निदेशक कविता स्वामी ने बताया कि तीन टीमों द्वारा राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह से हल्दीराम प्याउ तक स्थित विभिन्न संस्थानों, दुकानों, ढाबों व होटलों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान बाल अधिकार कानूनों की जानकारी दी गई तथा संस्थानों को बालश्रम नहीं करवाये जाने का बोर्ड प्रदर्शित करने के लिए कहा। टीमों के द्वारा 11 संस्थानों से बालश्रम नहीं करवाये जाने का वचन पत्र भी भरवाया गया। संस्थानों के कार्मिकों की आयु सम्बंधी दस्तावेजों की जांच में किसी भी स्थान पर कोई बाल श्रमिक नियोजित नहीं पाया गया।
श्रीमती स्वामी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान दो बालिकाएं भीख मांगते पाई गई जिन्हें समझाया गया एवं दोनों बालिकाओं को सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर बालिका गृह में अस्थाई प्रवेश दिया गया। बालश्रम उन्मूलन टीम में किशोर न्याय बोर्ड सदस्य अरविन्द सिंह सेंगर, सीआई सुमन जयपाल, मानव तस्करी प्रकोष्ठ के दिलीपसिंह, नरेन्द्रसिंह श्रम विभाग के मनोज एवं जुगलकिशोर तथा रेलवे चाईल्ड लाईन की सरिता राठौड़ के साथ ही टीम के अन्य सदस्यों द्वारा कार्यवाही संपादित की गई।