पवनपुरी में रहने वाला चालीस वर्षीय पवन पड़िहार एक दुकान पर काम करता है और शाम को डिलीवरी बॉय के रूप में काम करता है। वो किसी सामान की डिलीवरी के बाद वापस पवनपुरी लौट रहा था। इसी दौरान सामने से आ रही अनिंयत्रित पुलिस जीप ने पहले टक्कर मारी और बाद में उसके पैर के ऊपर से जीप निकाल दी। इससे एक पैर पूरी तरह कुचला गया। घटना के बाद पुलिसकर्मियों ने उसे अस्पताल ले जाने के बजाय एंबुलेंस का इंतजार करने को कहा। बाद में स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों पर नाराजगी जताई तो उसे पुलिस जीप में ही पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर ले गए। जहां सामान्य उपचार के बाद उसे जयपुर के लिए रैफर कर दिया गया। दरअसल, पैर बुरी तरह कुचला गया है, जिसका तुरंत ऑपरेशन जरूरी है।
सिपाहियों का मेडिकल नहीं करवाया
मौके पर पहुंचे लोगों और पवन के मित्रों ने पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में होने का आरोप लगाया। इस दौरान दोनों सिपाहियों का मेडिकल मुआयना करवाने की मांग उठी। आम लोगों की मांग मानने के बजाय मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने दोनों सिपाहियों को वहां से रवाना कर दिया। इनमें एक का नाम अजय सिंह और दूसरे का नाम महिपाल बताया जा रहा है। महिपाल ही जीप ड्राइव कर रहा था।
सदर पुलिस पर कार्रवाई की मांग
आम जनता की सुनने के बजाय सदर पुलिस ने दोनों सिपाहियों को वहां से भगाने का काम किया। स्थानीय लोगों के बार बार कहने के बाद भी मेडिकल मुआयना नहीं करवाकर सिपाहियों को वहां से हटने का अवसर दिया गया। ऐसे में स्थानीय लोग सदर पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।