बीछवाल थाने का रंगरूप बुधवार की दोपहर बदला-बदला सा था। यहां भीड़ रोज से ज्यादा थी। चहचहाहट तो शायद पहली बार देखने को मिली। छोटी-छोटी युवतियां थाने में घूमती दिखीं। टीनएजर लड़कियों ने एक दूसरे को मार्शल आर्ट के गुर सिखाये। इन सबके साथ बीकानेर की महिला SP प्रीति चंद्रा आतिथ्य सत्कार में लगी थी। दरअसल, मौका तीज का था और लड़कियों के मन से पुलिस का भय निकालने का यह शानदार अवसर था। कभी थाने के आगे से हिचकने वाली लड़कियों ने बुधवार को घंटों यहां रुककर किसी पिकनिक स्पॉट सा अहसास किया।
बीकानेर SP प्रीति चंद्रा स्वयं इस आयोजन को संचालित करती नजर आई। पांच सात साल की लड़कियां SP के साथ कभी सेल्फी लेने की जिद करती तो कभी उनके साथ दौड़ लगाती। खाकी वर्दी के बजाय सामान्य वेशभूषा में SP ने लड़कियों की हर फरमाइश पूरी की। बीछवाल थाने का पूरा स्टॉफ इन मेहमानों की फरमाइश पूरी करता नजर आया। न सिर्फ लड़कियां बल्कि पुलिसकर्मियों की पत्नियां भी थाने में उपस्थित रही। इस दौरान महिलाओं ने भी तीज का कुछ वक्त थाने में गुजारा। कई लड़कियों ने थाने में मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया। बीछवाल थानाधिकारी मनोज शर्मा ने भी थाने की गतिविधियों से अवगत कराया।
पुलिस कार्रवाई से भी रूबरू
इस दौरान युवतियों को थाने का विजिट कराते हुए बताया गया कि किस तरह काम किया जाता है। पुलिस FIR किस तरह होती है, FIR की जांच किस तरह होती है और पुलिस में किस किस तरह की शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। प्रीति चंद्रा ने युवतियों को बताया कि अगर कोई उन्हें परेशान करता है या फिर गलत हरकत करता है तो किस तरह थाने में आकर शिकायत कराई जा सकती है। जिस तरह अन्य सरकारी विभागों के काम करने का तरीका है, वैसे ही पुलिस भी एक सिस्टम में काम करती है।
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