बीकानेर, 12 जून। जिला कलक्टर नमित मेहता शनिवार को बालिका गृह पहुंचे तथा बच्चों के बीच लगभग एक घंटे बैठकर खूब बातें की। उन्होंने बच्चों की आवश्यकताओं के बारे में जाना तथा कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। बच्चे मन लगाकर पढ़े और अपने सपनों को साकार करें। वहीं जिला कलक्टर को अपने बीच पाकर बच्चे भी बेहद खुश नजर आए।
बाल गृह में रहने वाले बच्चे ने जिला कलक्टर से बातचीत के दौरान बताया कि उसने सेंसर युक्त हैण्ड-फ्री सेनेटाइजर मशीन बनाई है। वह अच्छा नृत्य कर सकता है तथा योग-प्राणायाम में भी पारंगत है। वह बड़ा होकर सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहता है। उसने जिला कलक्टर से इसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली, तो उसकी जिज्ञासा देखकर मेहता ने अभिभूत हुए तथा उसे हरसंभव मदद का विश्वास दिलाया।
बालिका गृह में रहने वाली एक बच्ची ने स्वयं के द्वारा बनाई गई पेंटिग्स जिला कलक्टर को दिखाई। एक पेेंटिंग पर अंग्रेजी में लिखे हुए ‘कोटेशन’ के संबंध में जिला कलक्टर ने बच्चों से सवाल पूछा और इसकी व्याख्या करते हुए इसका अर्थ भी समझाया। कुछ बालिकाओं ने नृत्य और संगीत सीखने की इच्छा जताई, तो जिला कलक्टर ने कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने के बाद डांस टीचर की व्यवस्था करने को कहा। वहीं एक बालिका ने अंग्रेजी अखबार और मैगजीन उपलब्ध करवाने को कहा, तो मेहता ने शीघ्र ही यह व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया।
जिला कलक्टर ने बच्चों की पढ़ाई तथा कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी दिनचर्या के बारे में जाना। बच्चों से मनोरंजन एवं खेल गतिविधियों के बारे में पूछा। केन्द्र की व्यवस्थाओं के बारे में जाना तथा कहा कि बच्चों से मिलने नियमित रूप से आएंगे। उन्होंने कहा कि बच्चों को नियमानुसार सभी सुविधाएं मिलें। वरिष्ठ अधिकारी इन व्यवस्थाओं पर नियमित नजर बनाए रखें। इस केन्द्र को ‘माॅडल’ के रूप में विकसित किया जाए।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल. डी. पंवार, सहायक निदेशक (बाल अधिकारिता) कविता स्वामी तथा किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अरविंद सिंह सैंगर मौजूद रहे।