जयपुर।
कोविड को देखते हुए बोर्ड की परीक्षा रद्द कर दी गईं, बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा रहा है लेकिन सात जून से टीचर्स को स्कूल आना होगा। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी की ओर से जारी निर्देशों के मुताबिक 7 जून से टीचर्स स्कूल आएंगे फिर आठ जून से शिक्षकों का रोटेशन तय किया जाएगा। आठ जून से आधे शिक्षक स्कूल आएंगे तो शेष को अगले दिन स्कूल आना होगा। कौन शिक्षक कब आएगा यह तय करने की जिम्मेदारी प्रिंसिपल की होगी। यानी रोटेशन से आधे शिक्षक स्कूल आएंगे तो आधे शिक्षक फील्ड में ड्यूटी करेंगे।
फील्ड में रहने वाले शिक्षकों का दायित्व
: प्रवेशोत्सव के लिए पुराने विद्यार्थियों से सम्पर्क करना।
: नामांकन बढ़ोतरी के लिए उन्हें स्कूल से जोडऩा।
: विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की पहचान करना
: अभिभावकों से संवाद कर उन्हें विद्यार्थियों के लिए चलाई जा रही योजनाओं मिड डे मील, निशुल्क पाठ्यपुस्तक, स्कॉलरशिप आदि की जानकारी देना।
: अभिभावकों को स्माइल व्हाट्सग्रुप से जोडऩा, जिससे विद्यार्थियों को पढ़ाई से जोड़ा जा सके।
स्कूल में रहने वाले शिक्षक का दायित्व
: कक्षाओं का रजिस्टर बनाना, जो बच्चे प्रमोट हो गए उन्हें अगली कक्षा में दिखाना
: विद्यार्थियों को क्रमोन्नति प्रमाणपत्र देना
: स्माइल कार्यक्रम के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाना।
: शाला दर्पण पर स्माइल मॉडयूल अपडेट करना