बीकानेर। सरेह नथानिया गोचर में गुरुवार को गणेश पूजन, भूमि और गो पूजन के साथ पिल्लर लगाकर चाहर दिवारी का कार्य उत्साह के साथ शुरू हुआ। पूर्व मंत्री देवी सिंह के नेतृत्व में 11 लोगों ने पांच पंडितों के साथ पूजन किया। मोके पर ही वहां उपस्थित लोगों ने पर्यावरणीय विकास, मरुस्थलीय वनस्पति संवर्द्धन औऱ चारागाह विकास के कार्यों के लिए 51 लाख रुपए दिए। साथ ही आश्वासन दिया कि इस कार्य के लिए धन की कमी आड़े नहीं आएगी। देवी सिंह भाटी ने अपनी तरफ से ढाई लाख रुपए देने के साथ ही हर व्यक्ति से गोचर विकास में सामर्थ्य के अनुसार सहयोग की अपील की।।
पूर्व मंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि अब पूरा जीवन गोचर विकास में समर्पित रहेगा। वे पूरे राजस्थान और उत्तर भारत में गोचर सुरक्षा, चारागाह विकास और पेड़ लगाने की दिशा में काम करेंगे। उन्होनें कहा कि वे हनुमान मंदिर की शरण में रहकर पूरा जीवन इसी काम को समर्पित करेंगे। पूजन में सरेह नथानिया गोचर भूमि के अध्यक्ष बृज रतन किराडू उर्फ बरजू महाराज, पूर्व न्यास अध्यक्ष महावीर रांका, पूर्व संसदीय सचिव विश्वनाथ मेघवाल, उद्यमी देव किसान चांडक, राम किसान आचार्य, पूर्व पार्षद सुनील बांठिया, आदर्श शर्मा, मन्नू बाबू सेवग , ब्रज मोहन सिंह आदि शामिल हुए। शहर से सटी गोचर पर पहला पिल्लर पूजन के बाद लगाकर दीवार बनाने का काम चालू कर दिया गया।।
कार्यक्रम में गंगाशहर गोचर से जुड़े मूल चन्द सामसुखा, भीनासर के कैलास सोलंकी गोचर में खेजड़ी, पीपल, बड़ के पेड़ लगाने और सेवण घास का चारागाह विकसित करने की भावना से कार्यक्रम में शामिल हुए। भाटी ने कहा कि सरकार की गोचर के प्रति उपेक्षा के चलते अब समाज यह काम करेगा। लोगों ने गोचर के समग्र विकास के के प्रति उत्साह जताया। उपस्थित लोगों ने यह संकल्प लिया कि गोचर का विकास करेगे।
समारोह में शंकर लाल किराडू, सुनील बांठिया, देव किसान चांडक, प्रताप सिंह उर्फ गोगी बना, महावीर रांका,राजेन्द्र सिंहदेवड़ा, मोहन सिंह नाल, राम प्रताप डूडी, प्रेम लेघा, भूरा राम जाखड़,, अजित सिंह सिसोदिया, सूरज प्रकाश राव, तेज भाटी हंस राज भादू, भँवर भादू। गोविंद बल्लभ किराडू उर्फ सीनू। मन्नू बाबू सेवग, खींव राज थानवी समेत उपस्थित लोगों ने भाग लिया।