रूसी वैक्सीन स्पूतनिक V की पहली खेप पहुंची भारत पहुंच गई है। 1.5 लाख डोज लेकर रूसी विमान शनिवार को करीब 4 बजे हैदराबाद में लैंड किया। इसके साथ ही देश कोकोरोना के खिलाफ तीसरा हथियार मिल गया है। आज ही देश में टीकाकरण के पहले फेज की शुरुआत हुई है, जिसे स्पूतनिक वी के आने से तेजी मिलेगी।
वैक्सीन की पहली खेप भारत पहुंचने के बाद रूसी कंपनी ने कहा, ''स्पूतनिक V वैक्सीन की पहली खेप हैदराबाद पहुंच गई है। ठीक उसी दिन जब देश ने कोरोना के खिलाफ सभी व्यस्क आबादी के टीकाकरण की मुहिम शुरू की है। आइए साथ मिलकर इस महामारी को हराएं। एकता में ताकत है।''
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि स्पूतनिक V वैक्सीन महामारी के खिलाफ जंग में भारतीय शस्त्रागार से जुड़ेगा। यह तीसरा विकल्प हमारी वैक्सीन क्षमता को बढ़ाएगा और टीकाकरण में तेजी लाएगा। 1.5 डोज की यह पहली खेप है आगे लाखों डोज और आएंगे।
भारत में रूस के राजदूत एन कुदाशेव ने कहा, ''स्पूतनिक V दुनिया में सबसे अधिक प्रभावी है। यह वैक्सीन कोविड-19 के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रभावी है। जल्द ही इसका भारत में ही उत्पादन शुरू हो जाएगा और धीरे-धीरे इसकी क्षमता प्रति वर्ष 85 करोड़ तक हो जाएगी।''
स्पुतनिक वी मानव एडेनोवायरल वैक्टर पर आधारित है, तीन वैक्सीन में से एक है (अन्य दो फाइजर और मॉडर्ना की बनाई हुई हैं) जिनमें कोरोनोवायरस बीमारी के खिलाफ 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावकारिता है, जो एसएआरएस-सीओवी -2 के कारण होती है। इसे 12 अप्रैल को भारत में विनियामक अनुमोदन या आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी गई थी।