बीकानेर: 03 मई 2021 जैसे जैसे कोविड अपना पैर पसार रहा है वैसे वैसे प्लाज़्मा की आवश्यकता बढ़ती जा रही है, ऐसे दौर में बीकानेर में समाजसेवी संस्थाओं ने प्लाज़्मा उपलब्ध करवाने में कोई भी कसर नही छोड़ी है उन्ही संस्थाओं में पहला नाम आता है जमीअत उलमा बीकानेर का जिसने सबसे पहले बीकानेर में प्लाज़्मा डोनेट अभियान चलाकर लगातार लोगों के लिए प्लाज़्मा डोनर उपलब्ध करवाए हैं, उन्ही में से 2 डोनर सैयद अब्दुल माजिद और शराफत काका हैं, सैयद अब्दुल माजिद ने जहाँ अपना पहला प्लाज़्मा डोनेट किया तो जमीअत उलमा बीकानेर के उपाध्यक्ष शराफत काका ने तीसरी मर्तबा प्लाज़्मा देते हुवे इस बात का उदाहरण पेश किया कि दिल में हो अगर ख़िदमत का जज़्बा तो उम्र मायने नही रखती, कल रात जब पीबीएम हॉस्पिटल में कोविड पेशेंट के लिए O+ve प्लाज़्मा की ज़रूरत पड़ी तो शराफत काका फिर से तैयार हो गए कि अपना प्लाज़्मा से किसी का जीवन बचे तो मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है,जमीअत उलमा बीकानेर के जनरल सेक्रेट्री मौलाना मोहम्मद इरशाद क़ासमी ने बताया कि हमारी कोशिश है कि शहर में जिस किसी को भी प्लाज़्मा की ज़रूरत हो तो उनको इधर उधर भटकना ना पड़े, जमीअत उलमा बीकानेर के कार्यकर्ता लगातार लोगों से सम्पर्क साध रहे हैं, अबतक पीबीएम हॉस्पिटल में हमारी संस्था के माध्यम से 47 प्लाज़्मा दिए जा चुके हैं, इस मौक़े पर डॉक्टर तहसीन अनवर, जमीअत उलमा के मेडिकल हैल्प सदस्य सैयद इमरान और जमीअत उलमा बीकानेर के अब्दुल क़य्यूम ख़िलजी आदि मौजूद रहे।।
जमीअत उलमा बीकानेर प्लाज़्मा डोनेट अभियान के तहत सैयद अब्दुल माजिद 46वें तो शराफत काका बने 47वें प्लाज़्मा डोनर
May 03, 2021
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बीकानेर बुलेटिन
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