बीकानेर, 1 अप्रैल। जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में पढ़ना-लिखना अभियान की साक्षरता किट का लोकार्पण किया। अभियान का संचालन जिला साक्षरता समिति द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर मेहता ने कहा कि ग्रामीण अंचल में पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारीयों के निर्देशन में प्रभारी शिक्षकों की देखरेख में गुरुवार से साक्षरता कक्षाओं का संचालन प्रारम्भ हुआ।
जिले में बारह हजार असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें प्रत्येक ब्लाॅक में 1752 असाक्षर सम्मिलित हैं। मेहता ने कहा कि इन असाक्षरों को साक्षर करने का दायित्व स्वयंसेवी भावना स्थानीय स्वयंसेवकों को दिया गया है। जिन्हें पढ़ाने के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण ग्राम पंचायत स्तर पर दिया जा चुका है, उन्होंने कहा कि 120 घंटे के शिक्षण के उपरांत नेशनल ओपन स्कूल, नईदिल्ली द्वारा मई में नवसाक्षरों के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। मेहता ने जिले के शिक्षा अधिकारियों का आह्वान किया कि वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पढ़ना लिखना अभियान सफल बनाएं।
जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी डॉ. राजकुमार शर्मा ने कहा कि जिले के सभी ब्लाॅक में शिक्षण सामग्री पहुँच गयी है तथा मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर वितरण किये जा रहे हैं ।
सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक प्रभारी शिक्षक को साक्षरता के कार्य की जिम्मेदारी दी गई है। जोशी ने बताया कि एन सी आर टी नईदिल्ली के प्रकाशन प्रभाग द्वारा निर्मित तथा साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग राजस्थान द्वारा प्रकाशित उड़ान शिक्षा की भाग एक से चार, अभ्यास पुस्तिका, पेंसिल, रबर एवं कटर के रूप में साक्षरता किट में शामिल किए गए हैं ।
इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद ओमप्रकाश मेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर बलदेव राम धोजक, जिला रसद अधिकारी एवं उप निदेशक समाज कल्याण एल डी पंवार सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे ।