बीकानेर@ जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि जिले में संचालित इंदिरा रसोई में बेहतर साफ-सफाई रहे और पौष्टिक भोजन बने, इसकी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी नियमित रूप से जांच करवाएं। इसके लिए अधिकारी नियमित दौरा करें। भोजन की गुणवत्ता की जांच का कार्य चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी द्वारा किया जाएगा तथा समय-समय पर भोजन सहित भोजन में प्रयुक्त होने वाले मिर्च, मसाला, तेल व आटे आदि का भी सैंपल लेकर, शुद्धता की जांच की जाए।
मेहता मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय समन्वय एवं माॉनिटरिंग समिति की बैठक अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निगम आयुक्त सहित अन्य अधिकारी रोटेशन से जिले में संचालित सभी इंदिरा रसोई का निरीक्षण करेंगे तथा चिकित्सा विभाग द्वारा सैंपल लेकर उसकी रिपोर्ट प्रतिमाह इस कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर भोजन की गुणवत्ता में किसी तरह की कमी पाई जाती है तो संबंधित संचालक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मेहता ने कहा कि इंदिरा रसोई में जो व्यक्ति भोजन करने आता है, उसे कूपन देते समय उसका फोटो भी कंप्यूटर के माध्यम से लिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस कंप्यूटर में फोटो लिया जाता है उसकी भी रैंडम जांच की जाए, इससे पता चलेगा कि कहीं कुछ गिने-चुने लोगों द्वारा ही तो इस योजना का फायदा नहीं लिया जा रहा है।
जिला कलक्टर ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी जब इंदिरा रसोई का निरीक्षण करें तो उस दौरान वहां भोजन कर रहे व्यक्तियों से भी भोजन की गुणवता को लेकर बातचीत करें तथा उनसे फीडबैक भी लिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि जरूरतमंदों को शुद्ध, ताजा और पौष्टिक भोजन मिले और इसकी वास्तविकता धरातल पर नज़र आनी चाहिए। योजना की सफल क्रियान्विति जांच करने का दायित्व हम सभी का है ताकि जरूरतमंद व्यक्ति को गुणवत्ता युक्त भोजन मिल सके।
रसोई के मुख्य दरवाजे पर मैन्यू रहे चस्पा
जिला कलक्टर ने कहा कि इंदिरा रसोई में आने वाले व्यक्तियों को भोजन की जानकारी देने के लिए रसोई के मुख्य दरवाजे तथा भोजन कक्ष स्पष्ट शब्दों में मैन्यू लिखा होना चाहिए। भोजन में प्रति थाली सौ ग्राम दाल, सौ ग्राम सब्जी, ढाई सौ ग्राम चपाती और आचार शामिल किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह सभी सूचना स्पष्ट शब्दों में अंकित होनी चाहिए। आयुक्त नगर निगम व पदेन सचिव जिला स्तरीय समन्वय एवं माॅनिटरिंग समिति एच गौरी ने बताया कि इंदिरा रसोई के संचालकों को रसोई संचालन के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए गए है। साथ ही निगम स्तर पर रसोई में संसाधनों के बारे में जानकारी ली जाती है। उन्हांेने बताया कि निगम क्षेत्र में 10 स्थानों पर इंदिरा रसोई संचालित की जा रही है। इसके अलावा देशनोक, नोखा, श्रीडंूगरगढ़ मंे भी एक-एक इंदिरा रसोई संचालित हो रही है। बैठक में निगम उपायुक्त पंकज शर्मा सहित सभी पालिकाओं के अधिकारी उपस्थित थे।