एक तरफ देश में कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण अभियान चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु में बढ़ते संक्रमण ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र सरकार ने संक्रमण को देखते हुए फिर सख्ती बरतते हुए पुणे, नागपुर और औरंगाबाद ने नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। गुजरात सरकार ने भी अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है। वहीं, पंजाब सरकार ने 12वीं और 10वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं टालने का फैसला किया है। जबकि मध्य प्रदेश में नाइट कर्फ्यू पर आज फैसला आ सकता है। देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री कह चुके हैं कि कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति लापरवाही से ये मामले बढ़ रहे हैं।
गुजरात में करोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाया है 17 मार्च से 31 मार्च के बीच चार महानगरों- अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू करने का फैसला किया है। 16 मार्च रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक इन चार महानगरों में प्री-नाइट कर्फ्यू सिस्टम बना रहेगा। इससे पहले अहमदाबाद में कोरोना के मामलों के मद्देनजर, गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने भारत- इंग्लैंड टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों का आयोजन बिना दर्शकों के करने का फैसल किया है।
50 फीसद सख्त प्रतिबंध लागू
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले 23 लाख को पार कर गए हैं। राज्य सरकार ने महामारी को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन के बजाय 50 फीसद सख्त प्रतिबंध लागू किया है। महाराष्ट्र के कुछ शहरों में लाकडाउन के साथ नाइट कफ्र्यू भी लगाया गया है। होटल, रेस्तरां, सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स को केवल 50 प्रतिशत क्षमता पर संचालित करने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा सभी सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शादियों में लोगों की संख्या को 50 और शोकसभाओं में 20 कर दिया गया है। नागपुर में सोमवार को कड़ी पाबंदियों के साथ एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। इस दौरान मास्क नहीं पहनने पर सैकड़ों लोगों पर जुर्माना लगाया गया।