राजस्थान के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। राज्य उच्च शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। कोरोना काल में मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के छात्रों को परीक्षा अवधि में राहत देते हुए अब तीन घंटे की बजाय दो घंटे की ही परीक्षा देनी होगी। परीक्षा अवधि के अनुपात में ही पेपर का पूर्णांक तय किया जाएगा जिसमें किसी भी प्रश्न को हल करने की भी स्टूडेंट्स को छूट मिल सकेगी।
छात्रों को प्रायोगिक परीक्षाओं और स्वयं पाठी विद्यार्थियों के लिए भी सैद्धांतिक परीक्षाएं अप्रैल महीने में शुरू करने की बात उच्च शिक्षा विभाग ने कही है। जबकि नियमित पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की सैद्धांतिक परीक्षाएं मई महीने में आयोजित की जाएंगी। अंतिम कक्षा के परिणाम 31 जुलाई तक जारी करने के लिए सभी विश्वविद्यालय को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
विभाग के मंत्री भंवर सिंह भाटी ने सभी विश्वविद्यालयों को इस संबंध में निर्देश देते हुए इनका पालन सुनिश्चित करने को कहा है। बता दें कि पिछले सत्र की परीक्षाओं के दौरान अंतिम वर्ष के छात्रों को छोड़ बाकी सभी को प्रमोट किया गया था। जबकि अंडर ग्रैजुएशन (यूजी) और पोस्ट ग्रैजुएशन (पीजी) के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षाएं कराई गईं थी।