बीकानेर परिवादी द्वरा पुलिस अधीक्षक को दी गयी रिपोर्ट के अनुसार बताया गया हे की मेरा पति घेवरचन्द पुत्र सोहनलाल गहलोत जाती माली निवासी चोपड़ा बाड़ी, गंगाशहर बीकानेर का स्थाई निवासी है जो की पापड़ की फेक्ट्री चलाकर अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करता है जिसका कभी भी कोई अपराधीक रिकोर्ड नहीं है अत: मेरे पति घेवरचन्द गहलोत के खिलाफ दर्ज की गयी एफ.आई.आर. न. 0048/2021 सरासर गलत है जिस पर गंगाशहर थाने द्वारा षड्यंत्र रचकर दर्ज की गयी है जिसे किसी उच्च अधिकारी द्वारा अन्य थाने से जांच की जाने की आवश्यकता है जिसे निम्न तथ्यों पर शामिल करते हुए अनुसंधान किया जाना उचित होगा
परिवादी ने बताया की दिनाक 8/2/2021 को मेरे पति द्वरा डॉ.ऍम.जी चोधरी के कर्मचारी सुशील जी मेरी बीमार बच्ची को डॉक्टरी सलाह लेने का समय लिया था जिसके अनुरूप में, मेरी बच्ची व मेरे पति स्कूटी RJ-07,SY-8527 पर सवार होकर सांय 6 बजे घर से निकले और रास्ते मै महावीर चोक के पास रामपुरिया भवन के कोर्नर के पास राजाराम बिश्नोई, राजाराम मंडा द्वारा लाल रंग की रोयल इनफिल्ड से हमारा रास्ता रोका और मेरे पति को थाने चलने को कहा और मुझे स्कूटी से निचे उतरकर जाने को कहा तब मेने व मेरे पति ने विरोध किया और मेरे पति ने अपने भाई को फ़ोन पर सुचना दी की मुझे जबरदस्ती थाने ले जा रहे है तब तक अन्य पुलिसकर्मी आये और मेरे पति को गाड़ी में बिठाकर ले गये और हमारी स्कूटी भी थाने लेके चले गये. उक्त स्कूटी दिनाक 10/2/2021 को सांय 5 बजे वापस छोड़ दिया. तब तक स्कूटी थाने में थी.
जब भाई ताराचन्द द्वारा दिनाक 8/2/2021 को रात्रि में थाने मे गये, जहा सी.आई. साहब मेरे पति के साथ पूछताछ चल रही हे यह कहकर ताराचन्द को वापस बेज दिया साथ ही आश्वासन दिया कि कल तक उन्हें छोड़ दिया जायेगा फिर अगले दिन 9/2/2021 को दिन में भाई ताराचन्द , अशोक सोलंकी, महेश रांका, तेजकरण, विनोद आदि दिन में कई बार थाने गये जहा पूछताछ का कह कर पुरे दिन मेरे पति को लोकअप में रखा गया साथ ही रात ही 8:30 बजे गस्त कर हवाला देकर मेरे पति के खिलाफ फर्जी एफ.आई.आर. 0048/2021 दर्ज कर दी गयी जिसमे स्थान बद्री भेरू मंदिर के पास पिस्तौल बरामद करना आदि बताया गया जो की पूरा आरोप गलत हे जेसे की मेरे पति को तो 26 घंटे पूर्व ही पुलिस द्वारा पूछताछ व रंजिश भावना स्वरूप गिरफ्तार कर लिया गया था.