बीकानेर, 24 दिसम्बर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने जिले में बंधुआ श्रम रोकथाम और बालश्रम को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
कलेक्ट्रेट सभागार में गुरूवार केो बंधुआ श्रम रोकथाम के लिए गठित जिला श्रमिक सतर्कता समिति की बैठक में मेहता ने कहा कि श्रम विभाग बंधुआ श्रम के बारे में ईट-भट्टे, खारखाने, औद्योगिक व वाणिज्यक संस्थान आदि का औचक निरीक्षण करे। अगर बंधुआ श्रमिक पाए जाते है, तो संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्तिच करे। उन्होंने निर्देश दिए उक्त संस्थानों के नियोजकों, प्रबंधकों से संवाद स्थापित करें तथा उन्हें श्रमिकों को संवेदनशील होकर, उनकी पूरी मजदूरी का भुगतान दिलाए। उन्होंने कहा कि ईट-भट्टों पर जो श्रमिक लगे होते है, संभवतः किसी न किसी ठेकेदार के मार्फत नियोजित होते हंै।
उन्होंने निर्देश दिए कि भुगतान श्रमिक को ही मिले और वह भी पूरा, यह सुनिश्चित करवाया जाए। उन्होंने कहा कि इन भट्टों पर बालश्रम ना हो, उसपर निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि बालश्रम से मुक्त कराए गए बच्चों को शिक्षा मिले, इसके लिए प्रयास हो। साथ ही अवमुक्त किए गए बंधुआ श्रमिकों एवं उनके परिजनों को रोजगारपरक प्रशिक्षण व कौशल विकास के पाठ्यक्रमों आदि से जोड़कर उनकी क्षमता संर्वधन किया जाए।
बैठक में संयुक्त श्रम आयुक्त संतोष प्रसाद शर्मा ने श्रमिकों को बकाया भुगतान, न्यूनतम वेतन और निस्तारित प्रकरणों और जिले में बालश्रमिकों के नियोजन से संबंधित जानकारी दी।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक प्रहलाद कृष्णिया, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच.गौरी, जिला उद्योग संघ के जिलाध्यक्ष डीपी पचीसिया, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एल.डी.पंवार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।