‘आज भी जब वो दिन याद करता हूं, तो सहम उठता हूं। पर शुक्रगुजार हूं सरकार और प्रशासन का, क्योंकि कोविड हाॅस्पिटल की बेहतरीन व्यवस्थाओं की बदौलत एक बार फिर सबकुछ ठीक हो सका है।’
यह कहना है मुरलीधर व्यास काॅलोनी में रहने वाले कमलेश पुरोहित का। पुरोहित ने बताया कि उनका पूरा परिवार कोरोना पाॅजिटिव हो गया था। श्वास नली में खिंचाव और तबीयत थोड़ी खराब होने के कारण वह 6 नवंबर को कोविड अस्पताल में भर्ती हुए। वहां सभी व्यवस्थाएं सराहनीय थीं। डाॅक्टरों का राउण्ड, दवाईयों की उपलब्धता, भोजन, पानी और साफ-सफाई भी अच्छी थी।
उन्होंने बताया कि उनका परिवार 29 अक्टूबर को पाॅजिटिव आया और घर पर ही इलाज ले रहे थे। घर के बाकी सभी सदस्य तो ठीक होने लगे, लेकिन उनका एचआरसीटी स्कोर 16 हो गया। यह परिवार के लिए चिंताजनक था। ऐसे में डाॅक्टर की सलाह के बाद वह भर्ती हो गए। वहां भर्ती होेने के साथ ही चिकित्सा की अच्छी सुविधाएं मिली। डाॅक्टरों ने नियमित देखभाल की और आवश्यकता होने पर हर बार फोन पर भी रेसपोंस किया। नर्सिंगकर्मियों ने भी बराबर देखभाल की।
पुरोहित ने बताया कि इस दौरान जिला कलक्टर ने भी दो बार विजिट की और व्यवस्थाओं को देखा और इन सभी प्रयासों के कारण 11 नवंबर को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। हालांकि पोस्ट कोविड प्रभाव के कारण कुछ दिन थकान और हल्की दिक्कत रही, लेकिन इस दौरान भी चिकित्सकों का मार्गदर्शन लगातार लेते रहे। उन्होंने कहा कि अब वह वक्त पीछे रह गया है और एक बार फिर जीवन की गाड़ी गति पकड़ चुकी है। इसके लिए उन्होंने सरकार और प्रशासन का आभार जताया।