बीकानेर@ शनिवार 01 मई को देर रात 01:30 बजे बीकानेर ब्लड सेवा समिति के पास एक मातृशक्ति प्रसूता के लिए रक्त की मांग का केस आया, समिति के नियमित रक्तदाता घनश्याम ओझा (जी. एस. सारस्वत) ने अपनी छोटी बहिन नीलम ओझा की शादी को यादगार बनाने के लिए, शादी के कार्यक्रम को बीच मे छोड़ रक्तदान करने का फैसला किया गया और अपनी बहिन के सात फेरों से पूर्व एक अनजान बहिन के लिए जीवनदाता बनें। आपने समिति के माध्यम से पांचवा रक्तदान दिया और कुल 26वां रक्तदान सम्पन्न किया। अपने इस अविस्मरणीय 26वें रक्तदान पर घनश्याम जी ने सभी युवा रक्तदाताओं से ज्यादा से ज्यादा संख्या में रक्तदान की मुहिम में भाग लेने और रक्तदान को ही सबसे बड़ा दान एवं प्राणी मात्र की सबसे बड़ी सेवा कहा।
अर्द्धरात्रि को किसी अनजान की मदद करने पर समिति के सभी सदस्यों ने घनश्याम ओझा जी के हौसले और नेक विचारों की प्रशंसा की। इस अवसर पर रवि व्यास पारीक, रक्तवीरांगनाओं आशा पारीक, अंजलि चाण्डक, अर्चना सक्सेना और सह संचालक इन्द्र कुमार चाण्डक, इंस्पेक्टर अरविन्द सिंह शेखावत और शरद सिंह राठौड़ ने रक्तदेवता जी. एस. सारस्वत का आभार जताया। समिति के प्रभारी एवं सचिव विक्रम इछपुल्याणी (अरोड़ा) ने आमजन से अपील करते हुवे कहा कि कोरोना काल मे हर व्यक्ति टीकाकरण से पूर्व रक्तदान अवश्य करें।