बीकानेर। मरुधारा, कोलकाता का भुवालका जनकल्याण ट्रस्ट पुरस्कार इस साल हिंदी व राजस्थानी साहित्य में विशिष्ठ कार्य के लिए मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ को दिया जायेगा। पुरस्कार स्वरूप आचार्य को 41000 रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा।
मरुधारा की सचिव मधु बागड़ी ने बताया कि 17 जनवरी को ये पुरस्कार वर्चुअल आयोजन में दिया जायेगा। राजस्थानी साहित्य और संस्कृति के संरक्षण के लिए ये पुरस्कार दिया जाता है। बीकानेर के डॉ नंदकिशोर आचार्य को पहले ये पुरस्कार मिल चुका है।
बीकानेर के वरिष्ठ रंगकर्मी, पत्रकार व साहित्यकार मधु आचार्य ‘आशावादी’ की अब तक हिंदी व राजस्थानी में 86 कृतियाँ प्रकाशित हो चुकी है। साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली द्वारा प्रदान किये जाने वाले सर्वोच्च राजस्थानी भाषा पुरस्कार से समादृत आचार्य की रचनाएं पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाती है। आचार्य के साहित्य पर शोध भी हुआ है।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बीकानेर के योगदान को सामने लाने में भी आचार्य का महती योगदान है। आचार्य ने लगभग 200 नाटक किये हैं, इनमें से 75 नाटकों का निर्देशन भी किया है