जयपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा की अब राजस्थान से विदाई हो गई है। भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से हरियाणा में प्रवेश कर गई है, जिसके बाद गहलोत सरकार ने भी राहत की सांस ली है। भारत जोड़ो यात्रा की विदाई के साथ ही गहलोत सरकार अब बजट की तैयारियों के साथ-साथ जन घोषणा पत्र के शेष बचे वादों को पूरा करने की कवायद में जुट गई है।
सरकार की मंशा है कि प्रदेश में 1 साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले पहले जन घोषणा पत्र के तमाम वादों को पूरा करके उन्हें अमलीजामा पहनाया जाए जिससे कि जनता के बीच जन घोषणा पत्र के 100 फ़ीसदी वादे पूरे करने का दावा किया जाए। 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने 4 साल के कामकाज का रोड मैप जारी करते हुए जन घोषणापत्र के 80 फ़ीसदी वादे पूरे करने का दावा किया था और साथ ही संकेत भी दिए थे कि जन घोषणा पत्र के शेष बड़े वादों को जल्द ही धरातल पर उतारना बाकी है।
बजट की तैयारियों में भी जुटा प्रशासनिक अमला
वहीं भारत जोड़ो यात्रा की विदाई के बाद अब गहलोत सरकार और तमाम प्रशासनिक अमला भी बजट की तैयारियों में जुट गया है और बजट की तैयारियां तेज करने के निर्देश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी तमाम अधिकारियों को दिए हैं। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने तमाम मंत्रियों को भी निर्देश दिया कि वो अपने-अपने विभागों के अधिकारियों के साथ बजट में शामिल की जाने वाली घोषणा और बिंदुओं पर तेजी से काम करें।
फिर से शुरू होगा बजट पूर्व संवाद बैठकों का दौर
सरकार से जुड़े सूत्रों की माने तो बजट पूर्व संवाद बैठकों को लेकर मुख्यमंत्री का शेड्यूल अंतिम दौर में है। मुख्यमंत्री का शेड्यूल जारी होते ही बजट पूर्व संवाद बैठकों का दौर भी शुरू हो जाएगा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उद्यमियों, व्यापारियों, खिलाड़ियों, सामाजिक संगठनों, चिकित्सकों, विद्यार्थियों, सामाजिक संगठनों, धार्मिक संगठनों के साथ बजट पूर्व संवाद बैठक करेंगे।
भारत छोड़ो यात्रा से प्रभावित हुई थीं बजट तैयारियां
वहीं भारत जोड़ो यात्रा से गहलोत सरकार की बजट पूर्व तैयारियां भी प्रभावित हुई थीं। करीब 18 दिनों तक मुख्यमंत्री गहलोत, तमाम मंत्री और प्रशासनिक अमले के भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त रहने के चलते बजट तैयारियों को बीच में ही रोकना पड़ा था जिसके चलते तैयारियां प्रभावित हुई और अब माना जा रहा है कि जनवरी के बजाए फरवरी माह में भी सरकार का पांचवा और अंतिम बजट पेश होगा।
हालांकि इससे पहले कई बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्रिमंडल सचिवालय जनवरी माह में ही बजट पेश करने के संकेत दे चुके थे लेकिन भारत जोड़ो यात्रा की राजस्थान में एंट्री के बाद बजट तैयारियों पर विराम लग गया था।
अंतिम बजट में खुलेगा लोकलुभावन घोषणाओं का पिटारा
सूत्रों की माने तो गहलोत सरकार के पांचवें और अंतिम बजट में लोकलुभावन घोषणा ही देखने को मिलेंगी, जिसमें विधानसभा चुनाव की झलक भी दिखाई देगी। माना जा रहा है कि प्रदेश में 1 साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गहलोत सरकार युवाओं, विद्यार्थियों, किसानों और आमजन को साधने के लिए बड़ी घोषणाएं बजट में कर सकती हैं।