बीकानेर@ जंहा एक और राज्य सरकार लाखो रूपये की मदद देकर मजदुर और श्रमिक के लिए कल्याणकारी योजनाए चला रही है,लेकिन इन योजनाओ के क्रियान्वन स्तर पर अफसरों की ढिलाई साफ़ देखने को मिल रही हें । राज्य सरकार द्वारा चलाई गई शुभशक्ति योजना इस योजना में राज्य सरकार द्वारा कन्या के विवाह में उसके परिवार को 55,000/- रुपए सहायता राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाती हे, इस योजना में कई सैकड़ों श्रमिक मजदूरो ने फॉर्म भरवाए लेकिन राज्य सरकार द्वारा चलाई इन योजनाओ का लाभ कर्मचारियों और अफसरों के ढिलाई के कारण इसका लाभ किसी श्रमिक को नही मिला ।
श्रम विभाग द्वारा 2015-16 में जो आवेदन लिए गए उनका निस्तारण आज तक नही हुआ इस आवेदन के लिए श्रम विभाग द्वारा कई तरह के शुल्क लिए गये लेकिन मजदुर श्रमिक को शुल्क देने के बाद भी इसका कोई लाभ नही मिला ।
बता दे एक मजदुर जब अपनी पुत्री का विवाह करता हे तो वो इसी आशा के साथ सरकार की इन योजनाओ में आवेदन करता हे की उसे कुछ मदद मिल जाये लेकिन विभाग के कई अफसरों की ढिलाई के कारण श्रमिक दर-दर की ठोकरे खाता रहता हे । श्रमिक मजदुर द्वारा जब कार्यालय में फोन करके इसके बारे में अधिकारियो से पूछा जाता हे तो वहा भी उन्हें कोई संतुष्टजंक जवाब नही मिलता अधिकारियो द्वारा ये बोल दिया जाता हे की ये फॉर्म रद्द हो गये हे । अधिकारियो से मजदुर यह पूछना चाहता हे की अगर यह आवेदन रद्द हो गये हे तो इन आवेदनों पर जो शुल्क वसूला गया हे उसका क्या ?
बता दे की पूर्व में भी बीकानेर के तत्कालीन जिला कलेक्टर कुमारपाल गौतम ने भी बीकानेर के इस विभाग का औचक निरीक्षण किया था,और उन्होंने कई अधिकारियो को अनुपस्थित पाया और उन्होंने धूल फांक रहे पुराने आवेदनों के बारे में भी निर्देश दिए की सभी आवेदनों का जल्द से जल्द निस्तारण हो ।
लेकिन विभाग के अधिकारियो पर इसका कोई असर देखने को नही मिला और विभाग द्वारा कोई लंबित आवेदनों का निस्तारण नही किया गया लेकिन अब जनता ये जानना चाहती हे की एक और राज्य सरकार अपने 2 साल पूर्ण होने की खुशिया मना रही हे और दूसरी और उनके द्वारा की गई योजनाओ का कोई समाधान नही हुआ ।