बीकानेर, 15 दिसम्बर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कहा कि डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किए जाएंगे।
मुख्य द्वार के अतिरिक्त और किसी रास्ते से कोई व्यक्ति प्रवेश न कर सके इसके लिए चार दिवारी की मरम्मत और तार द्वारा फेंसिंग की व्यवस्था की जाएगी, साथ ही सुबह और शाम जिस वक्त खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं उस वक्त पुलिस की गश्त की जाएगी ताकि कोई अवांछनीय व्यक्ति स्टेडियम में प्रवेश नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि स्टेडियम में साफ सफाई का कार्य प्रायोगिक तौर पर नगर निगम के माध्यम से करवाया जाएगा।
मेहता मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय प्रशासनिक समिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह में स्टेडियम के मुख्य द्वार के अतिरिक्त कहीं और से प्रवेश ना हो सके इसके लिए जहां भी दीवारे टूटी हुई है उनकी मरम्मत का कार्य किया जाएगा। जिन स्थानों पर फेंसिंग करके प्रवेश को रोकना होगा वहां फेंसिंग के माध्यम से प्रवेश रोका जाएगा। उन्होंने कहा कि सुबह 6.30 से 9.30 बजे तक तथा शाम को 4 से 7 बजे तक जिस समय खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे होते हैं उस दौरान चिन्हित खिलाड़ियों के अतिरिक्त कोई और व्यक्ति प्रवेश ना करें इसके लिए पुलिस की गश्त लगातार की जाएगी।
मेहता ने इसके लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीना को मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए गए, साथ ही उन्होंने सभी खेल कोच से कहा कि वे भी इस तरह का कल्चर डवलप करें कि यहां पर अधिकाधिक लोग खेल का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आए। इसके लिए सभी को कोच अपने व्यक्तिगत प्रयास कर खिलाड़ियों को तैयार करने के कार्य में रुचि लेवे।
जिला कलक्टर ने कहा कि डॉ. करणी सिंह स्टेडियम के विकास कार्यों के लिए सरकार द्वारा बजट का प्रावधान हो इसके लिए भी राज्य सरकार स्तर पर प्रयास किए जाएंगे, साथ ही जरूरत के मुताबिक सीएसआर के माध्यम से भी विकास कार्य करवाए जाएंगे। उन्होंने खेल अधिकारी और सभी खेल प्रशिक्षकों से कहा कि एक आधारभूत सुविधा विकसित हो जाने के बाद उसके रखरखाव का कार्य वे स्वयं अपने स्तर पर करें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी उपकरण का दुरुपयोग ना हो ।
वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी करेंगे नियमित भ्रमण
बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि राजकीय डॉ. करणी सिंह स्टेडियम में सभी व्यवस्थाएं और सुरक्षा के बंदोबस्त पक्के रहे इसके लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी नियमित रूप से भ्रमण करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन एक अधिकारी सुबह और शाम स्टेडियम की व्यवस्थाओं को देखेगा। उन्होंने बताया कि नगर विकास न्यास सचिव मेघराज सिंह मीना, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) सुनीता चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीना, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी कनिष्क कटारिया और उपखंड अधिकारी मीनू वर्मा नियमित रूप से भ्रमण कर स्टेडियम की व्यवस्थाओं के बारे में अवगत करवाएंगे।
स्टेडियम की आय श्रोत को बढ़ाने के होंगे प्रयास
जिला कलक्टर मेहता ने बैठक में निर्देश दिए कि राजकीय स्टेडियम के रखरखाव और खेलों के उपकरण सहित अन्य सुविधाएं विकसित हो इसके लिए स्टेडियम की आय के स्रोत बढ़ाने के भी प्रयास किए जाएंगे। इसके तहत नगर विकास न्यास और जिला खेल अधिकारी के बीच एक एमओयू किया जाएगा। इसके तहत स्टेडियम के बाहर के भाग में दुकानों का निर्माण करने की संभावना तलाशी जाएगी ताकि स्टेडियम में एक स्थाई आय का साधन हो जाए। एमओयू के तहत वे सभी प्रावधान किए जाएंगे जिसमें दुकानों के निर्माण आदि का कार्य नगर विकास न्यास द्वारा करवाए जाए और स्वामित्व खेल अधिकारी के पास रहे तथा आने वाले किराए की एक बड़ी धनराशि न्यास को पुनर्भरण के रूप में दे दी जाए और शेष राशि से स्टेडियम में आधारभूत सुविधाएं विकसित की जाए।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त पे एंड प्ले स्कीम के तहत लोगों को जोड़ा जाए तथा इस कार्य के लिए 3 सदस्य कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी पे एंड प्ले के आधार पर बच्चों को प्रशिक्षण देगी और एक निश्चित धनराशि इनसे ली जाएगी। कमेटी में खेल अधिकारी, एक लेखा सेवा का अधिकारी और एक राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारी होगा। यह कमेटी शुल्क का निर्धारण करने के साथ-साथ प्राप्त होने वाली राशि से कार्य भी संपादित करेगी।
बैठक में जिला खेल अधिकारी कपिल मिर्धा ने डे बोर्डिंग व खेल मैदान, खेलो इंडिया में पानी की व्यवस्था आदि के बारे में विस्तार से बताया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) सुनीता चैधरी, न्याय सचिव मेघराज सिंह मीना, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी कनिष्क कटारिया, उपखंड अधिकारी मीनू वर्मा, उपनिदेशक सत्येंद्र सिंह सहित स्टेडियम में नियुक्त सभी खेलों के प्रशिक्षक उपस्थित थे।