Sunday, December 18, 2022

गैंगस्टर को फॉलो कर रखा है तथा उन्हें अपना आका मान रहे हैं अब उनकी बारी, आईजी की निगरानी में अपराधियों पर चलेगा ऑपरेशन 'हंटर'

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। सीकर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के मामले में बीकानेर के अपराधियों का कनेक्शन मिलने के बाद पलिस भी हरकत में आ गई है। रेंज के आईजी ओम प्रकाश ने पूरी रेंज में अब ऑपरेशन हंटर के नाम से ऑपरेशन शुरू किया गया है। यह ऑपरेशन संगठित अपराधों में शामिल लोगों पर कड़ी नजर रखेगा और कार्रवाई करेगा। बीकानेर रेंज के आई ओम प्रकाश ने बताया कि पिछले दिनों रेंज में होने वाले अपराधों की समीक्षा की गई है। इसमें कई गैंगस्टर से जुड़े मामले में सामने आए हैं। इस तरह के अपराधों को खत्म करने के लिए ऑपरेशन हंटर शुरू किया जा रहा है। इसके तहत छोटे से लेकर बड़े अपराधियों पर नजर रखी जाएगी। समीक्षा में और भी अपराधों की जानकारी सामने आई है। पुलिस योजनाबद्ध तरीके से अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने का काम करेगी। आईजी ने बताया कि विभिन्न अपराधों की गैंग से जुड़े लोगों पर कड़ी नजर रहेगी। उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। सजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे। जो लोग जमानत पर रिहा हैं, उनकी जमानतें खारिज करवाने के लिए भी पुलिस कार्रवाई करेगी। खासतौर पर उन लोगों पर कार्रवाई करेंगे जो लोग अपराधियों की किसी भी तरह से मदद कर रहे हैं। अगले दो महीने तक यह ऑपेरशन जारी रहेगा।

आईजी ओम प्रकाश ने बताया कि बीकानेर संभाग में गैंगस्टर और आपराधिक प्रवृति में लिप्त अपराधियों के सोशल मीडिया फॉलोअर्स पर पुलिस टीम निगरानी रखे हुए हैं। जिन लोगों ने गैंगस्टर को फॉलो कर रखा है तथा उन्हें अपना आका मान रहे हैं, उनके खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जानी है।

तीन चरणों में गैंगस्टर और उनके सहयोगियों के खिलाफ की जाने वाली त्रिस्तरीय कार्रवाई में बीट कांस्टेबल अपराध की दुनिया में लिप्त आरोपियों के मोबाइल नंबर, उनके फोटो, वाहनों के नंबर, सोशल मीडिया एकाउंट की जानकारी जुटाएंगे। इसी प्रकार थाना स्तर पर की जाने वाली कार्रवाई में सभी एसएचओ सक्रिय आपराधिक गैंग के बारे में पूरी जानकारी का डेटा तैयार करेंगे। जिसमें जेब में बंद अपराधी, गैंगस्टरों के साथ फोटो शेयर करने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाने के साथ ही पिछले दस वर्षों में आर्म्स एक्ट के तहत पकड़े गए सभी आरोपियों की कुंडली तैयार की जाएगी। वहीं तीसरे चरण में जिला स्तर पर की जाने वाली कार्रवाई में संगठित अपराधियों के आपराधिक रिकॉर्ड का अवलोकन कर राजपासा, एनएसए या अन्य निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अपराधियों के पासपोर्ट, ई-वॉलेट, सोशल मीडिया अकाउंट, आरोपियों के फिंगर प्रिंट सहित अन्य जानकारियां एकत्रित की जाएगी।



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